Renamed Place in India: बदल चुके हैं देश की इन जगहों के नाम, यदि घुमने का कर रहे हैं प्लान तो एक बार फिर कर लें याद
Renamed Place in India: जब किसी जगह के नाम में बदलाव हो जाता है, तो उन्हें याद करना बेहद ही मुश्किल हो जाता है। यहां तक की बच्चों को भी यह नए नाम याद करवाना काफी मुश्किल हो जाता है।
Renamed place in India: हमारे देश में कई ऐसी जगहे हैं, जिनका नाम हमारी जुबान पर रट जाता है। जब भी कहीं घूमने की बात होती है, तो दिमाग में सबसे पहले उन्हीं जगहों का नाम आता है। लेकिन जब किसी जगह के नाम में बदलाव हो जाता है, तो उन्हें याद करना बेहद ही मुश्किल हो जाता है। यहां तक की बच्चों को भी यह नए नाम याद करवाना काफी मुश्किल हो जाता है। उत्तर प्रदेश में ही देख लीजिए जहां योगी आदित्यनाथ जी ने कई जगहों के नाम भी बदल दिए हैं। जैसे इलाहाबाद का बदलकर प्रयागराज कर दिया गया है ऐसी ही और भी कई जगहें हैं, जिनके नाम में फेरबदल कर दिया है। इन बदले हुए नामों की लिस्ट में कुछ घूमने की जगहों के नाम भी शामिल हैं। जिन्हे अब आपको याद करना पड़ेगा।
बदल गए हैं इन जगहों के नाम
राजपथ बना कर्तव्य पथ
भारत सरकार मे दिल्ली के प्रतिष्ठित राजपथ के नाम में भी बदलाव कर दिया है। जिसके बाद इस जगह का नाम राजपथ से कर्तव्य पथ कर दिया गया है। इससे पहले 8 सितंबर साल 2022 में सेंट्रल विस्टा का उद्घाटन किया गया था। जिसके बाद ही इस जगह के नाम में बदलाव किया गया है। कर्तव्य पथ के नाम का अर्थ है 'ड्यूटी का मार्ग'। जब इस नाम में बदलाव किया तो इस कई लोगों ने इसकी आलोचना भी की थी।
इलाहाबाद का नाम पड़ा प्रयागराज
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद के नाम में भी सरकार ने बदलाव किया है, जिसके बाद इस जगह को अह प्रयागराज के नाम से जाना जाता है। साल 2018 में इस नाम में बदलाव किया गया था, और तब से इलाहाबाद प्रयागराज ही कहा जाता है। बताया जाता है कि 16वीं शताब्दी से पहले इसे प्रयाग के रूप में ही जाना जाता था, लेकिन मुगल सम्राट अकबर ने इस नाम में को बदलकर इलाहाबाद कर दिया।
औरंगाबाद बना छत्रपति संभाजी नगर
हाल ही औरंगाबाद और उस्मानबाद के नाम में भी बदलाव किया गया है, जिसमें बदलाव करके इन्हे छत्रपति सांभजी नगर और धरशिव नाम से जाना जाता है। महाराष्ट्र में मिनस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स ने इन बदलावों को मंजूरी दी जिसके बाद यह फैसला लिया गया। हालांकि, मुगल सम्राटों के नाम पर कस्बों और शहरों के नाम बदलने को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बता दें कि विपक्ष की ओर से सरकार पर इतिहास को मिटाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हैं।
मुगल गार्डन का नया नाम है अमृत उद्यान
राष्ट्रपति भवन का फेमस और बड़ा मुगल उद्यानों भी इस लिस्ट में शामिल है। पहले मुगल उद्यान के नाम से जाना जाने वाला फुलों का बागीचा अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाता है। भारत की स्वतंत्रता को 75 साल पूरे होने पर सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है। भारत के अमृत महोत्सव को मनाते हुए ही इस जगह का नाम अमृत उद्यान रखा गया है।
अब पंडित दीन दयाल उपाध्य जंक्शन है मुगल्सराई रेलवे स्टेशन
आज पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाने वाला स्टेशन पहले मुगल सराय के नाम से जाना जाता था। यह स्टेशन ईस्ट इंडिया के समय से ही फेमस है, कोलकाता को दिल्ली से जोड़ने के लिए इस स्टेशन का निर्माण किया गया था।