Vrindavan Darshan: दो दिन में घूमना चाहते हैं वृंदावन की गलियां, ऐसे बनाएं प्लान
Vrindavan Darshan : अगर आप राधे कृष्ण की धुन में खोना चाहते हैं तो आपको एक बार वृंदावन की गलियों का दीदार जरूर करना चाहिए। चलिए आपको बताते हैं कि 2 दिन में वृंदावन की यात्रा कैसे करनी चाहिए।
Vrindavan Darshan :भारत में एक से बढ़कर एक धार्मिक स्थल हैं। जो अपने चमत्कार और मान्यताओं के लिए पहचाने जाते हैं। भारत में कई ऐसे शहर हैं जो धार्मिक नगरी के रूप में भी पहचाने जाते हैं। यहां पर जो धार्मिक स्थल है, वो लाखों करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र हैं। लाखों लोग यहां अपनी श्रद्धा लेकर पहुंचते हैं। वृंदावन को कृष्ण जी की नगरी के रूप में पहचाना जाता है। राधे कृष्ण का जाप करते हुए बड़ी संख्या में भक्त यहां पर पहुंचते हैं। कृष्ण भक्ति तो वैसे भी देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक प्रचलित है। सभी राधे का गुणगान करते हुए अपने कृष्ण को याद करते हैं। अगर आप भी वृंदावन धाम की यात्रा करना चाहते हैं तो आज हम आपको बताते हैं कि किस तरह से आप दो दिन में वृंदावन की यात्रा कर सकते हैं।
ऐसे करें दिन की शुरुआत
अगर आप वृंदावन यात्रा पर जा रहे हैं तो सबसे पहले आपको बांके बिहारी मंदिर के दर्शन करके अपनी यात्रा की शुरुआत करनी चाहिए। इस मंदिर में भीड़ बहुत होती है। अगर आप यहां दर्शन करना चाहते हैं तो आपको सुबह 5:00 से 7:00 बजे के बीच जाना चाहिए। इसके बाद आपको सीधे राधा वल्लभ मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंच जाना है। बांके बिहारी मंदिर से यह बहुत पास है।
चखें इन चीजों का स्वाद
इन मंदिरों के दर्शन करने के बाद आप थोड़ा थक भी जायेंगे कुछ लोगों का इस समय तक ब्रेकफास्ट का टाइम भी हो जाता है। अगर आप वृंदावन गए हैं तो आपको पनीर चीला और लस्सी मिस नहीं करनी चाहिए। इनका स्वाद बहुत ही निराला है जो आपको दीवाना बना देगा। इसके अलावा वृंदावन में बहुत से मंदिर आसपास ही हैं। तो आप एक के बाद एक मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं। शाम के समय आपको केसी घाट की यमुना आरती बिल्कुल भी देखना नहीं भूलना चाहिए। आप सीधा जाकर यमुना जी के दर्शन करें। फिर आरती में शामिल हो जाएं।
दूसरे दिन करें ये चीजें
पहला दिन तो वृंदावन की गलियों में घूमते और यमुना जी की आरती देखते हुए निकल गया। अब दूसरे दिन की शुरुआत आपको इस्कॉन मंदिर के दर्शन करने के साथ करनी है। इसके बाद आपको प्रेम मंदिर जरूर जाना चाहिए, जो बहुत ही खूबसूरत है। इसके दर्शन करने के लिए लोग दूर दूर से वृंदावन आते हैं। प्रेम मंदिर की खूबसूरती देखने के बाद आपको बरसाना चले जाना चाहिए। जब तक आप राधा रानी के दर्शन नहीं कर लेते आपकी वृंदावन की यात्रा पूरी कैसे होगी। यही कारण है कि प्रेम मंदिर की खूबसूरती का दीदार करने के बाद आपको सीधा बरसाना के लिए निकलना है और राधे की धुन में खो जाना है।