Enjoying Monsoon in Konkan: कोंकण में मॉनसून का आनंद

Enjoying Monsoon in Konkan: इस कोंकण क्षेत्र में घूमने के लिए कई जगह हैं जहां आप अपना वीकेंड भी मना सकते हैं

Written By :  Sarojini Sriharsha
Update:2024-05-31 11:13 IST

Enjoying Monsoon in Konkan

Enjoying Monsoon in Konkan: भारत में महाराष्ट्र और गोवा के तटीय जिले कोंकण क्षेत्र में आते हैं। यह 720 किमी लंबा समुद्र तट है जहां की हरियाली, गहरी घाटियां , प्राकृतिक झरने आपको एक अलग दुनिया का एहसास दिलाएंगे। इस कोंकण क्षेत्र में घूमने के लिए कई जगह हैं जहां आप अपना वीकेंड भी मना सकते हैं। कोंकण क्षेत्र सर्दियों के अलावा मॉनसून में भी पर्यटकों की पसंदीदा जगह रहती है। इसके आसपास कई पर्यटक स्थल है जहां आप परिवार या दोस्तों के साथ तटीय क्षेत्रों का लुत्फ उठा सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख स्थल हैं

गणपतिपुले 

गणपतिपुले महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले से 25 किमी दूर कोंकण तट के पास स्थित है। पर्यटक यहां एक नदी और समुद्र तट के अभिसरण के साथ-साथ भगवान गणपति के आकार की एक पहाड़ी का दृश्य भी देख सकते हैं।सफेद रेतीले समुद्र तटों के बीच यहां पर कई वाटर एक्टिविटीज का मजा भी ले सकते हैं।भगवान गणेश की लोककथाओं में गणपतिपुले का भी जिक्र होता है। यहां भगवान गणेश के मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं । यहां, आप एक नदी और समुद्र तट के अभिसरण के साथ-साथ भगवान गणपति के आकार की एक पहाड़ी को देख पाएंगे। साथ ही यहां आप कई वाटर एक्टिविटीज भी कर सकते हैं। शहर के भीड़भाड़ से दूर अपना वीकेंड मनाने के लिए यह एक उत्तम जगह है।


अलीबाग 

यह महाराष्ट्र राज्य का एक छोटा सा तटीय शहर है।चमचमाती सुनहरी काली रेत और साफ नीली लहरों के साथ यहां के समुद्र तट पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। अलीबाग बीच, मांडवा बीच या नागांव बीच परिवार और दोस्तों के साथ मस्ती करने के लिए एकदम सही जगह है। ब्रह्मा कुंड, कोलाबा किला आदि प्राचीन मंदिर और ऐतिहासिक किले समुद्री तट पर घूमने का मजा दुगुना कर देते हैं।


मुरुद जंजीरा किला 

अलीबाग से सटे इस जगह में शांत समुद्र तट और ऐतिहासिक स्मारक दोनों का आनंद ले सकते हैं। यह अद्वितीय सुंदर मुरुद जंजीरा किला शहर के करीब एक छोटे से टापू पर बना है। यह किला कोंकण तट के सबसे प्रतिष्ठित स्थानों में शामिल है। इसके अलावा नवाब महल भी घूम सकते हैं, जहां अभी भी उनके वंशज निवास करते हैं। यहां का निकटतम तट काशिद समुद्र तट है जहां साहसिक खेलों का मजा ले सकते हैं। ज्यादातर लोग यहां के समुद्री भोजन स्वाद लेने आते हैं।


रत्नागिरी 

अरब सागर के तट पर स्थित यह महाराष्ट्र का बंदरगाह शहर के नाम से मशहूर है। महाराष्ट्र का यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र रहा है। वहीं सह्याद्री पर्वत श्रृंखलाएं एक सुनहरा प्राकृतिक दृश्य प्रस्तुत करते हैं। यहां सैलानी बीच, बंदरगाह और लाइटहाउस जैसी जगहें देखने के साथ जयगढ़ का प्राचीन किला, भारत के स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित तिलक अली संग्रहालय जैसे जगह भी घूम सकते हैं।


तारकर्ली 

महाराष्ट्र के पश्चिमी भाग में अरब सागर के तट पर स्थित तारकर्ली एक छोटा सा गांव है जो अपने साफ पानी और सफेद रेत के लिए मशहूर है। इसके दक्षिण में घने जंगल के बीच से तारकर्ली नदी बहती है। यहां पर आप साहसिक गतिविधियों का भरपूर मजा ले सकते हैं। नदी में आप बोटिंग के साथ बैकवाटर का आनंद भी ले सकते हैं।


सिंधुदुर्ग 

इस शहर के उत्तर में रत्नागिरी जिला, दक्षिण में गोवा, पश्चिम में अरब सागर और पूर्व में सह्याद्री पर्वत शिखर है। ऐसा कहा जाता है कि सिंधुदुर्ग विदेशी समुद्री तटों और शाही किलों से बना है। 17 वीं शताब्दी में मराठा योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी ने एक चट्टानी द्वीप स्थान पर सिंधुदुर्ग किले की स्थापना की थी। इसके अलावा यहां कई खूबसूरत जलप्रपात हैं जैसे मांगेली, नापने, शिवपुर आदि जलप्रपात जो पर्यटकों को प्राकृतिक सुंदरता से अवगत कराते हैं। सिंधुदुर्ग में कई समुद्र तट हैं जो सैलानियों के बीच काफी मशहूर हैं , जैसे तारकर्ली समुद्र तट, निवती समुद्र तट आदि जहां आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूम सकते हैं।


डपोली 

'मिनी महाबलेश्वर' के नाम से जाना जाने वाला यह शहर सह्याद्री की पहाड़ियों पर स्थित है। यहां की जलवायु साल भर एक जैसी सुखद रहती है। आजादी से पहले ब्रिटिश बस्तियों का इतिहास जानने के लिए इतिहास प्रेमियों की डपोली पसंदीदा जगह है। यहां के खूबसूरत समुद्र तटों के साथ केशवराज और व्याघरेश्वर मंदिर जैसे प्राचीन मंदिर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है।


कैसे पहुंचें ?

हवाई मार्ग से पहुंचने के लिए मुंबई और गोवा के हवाई अड्डे निकटतम हैं। यहां से फिर सड़क मार्ग द्वारा बस , टैक्सी या अपनी गाड़ी से कोंकण के प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेते हुए इन जगहों तक पहुंच सकते हैं।रेल मार्ग से कोंकण देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। निकटतम रेलवे स्टेशन पहुंच कर आप अपने पसंदीदा जगह का आनंद ले सकते हैं।

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