Mana Village History:: देश का पहला गांव बना माणा विलेज, कभी आखिर में आता था नंबर
Uttarakhand Mana Village History: पहले इस गांव को देश के आखिरी गांव के रूप में जाना जाता था। इस मामले में सामने आई रिपोर्ट के अनुसार सीमा सड़क संगठन की ओर से माणा गांव में एक साइनबोर्ड लगवाया गया है।
Uttarakhand Mana Village History: उत्तराखंड में स्थित माणा गांव भी देश की आखिरी नहीं बल्कि अब पहले गांव के तौर पर जाना जाएगा। पहले इस गांव को देश के आखिरी गांव के रूप में जाना जाता था। इस मामले में सामने आई रिपोर्ट के अनुसार सीमा सड़क संगठन की ओर से माणा गांव में एक साइनबोर्ड लगवाया गया है। इस गांव को देश के पहले भारतीय गांव के दर्जा दिया गया है।
अब आखिरी नहीं, माणा बना देश का पहला गांव
माणा गांव से जुड़ी बातें
- माणा गांव बद्रीनाथ के पवित्र मंदिर के पास स्थित एक शानदार गांव है, जो सिर्फ 3 किमी दूरी पर स्थित है।
- यह गांव समुद्र तल से करीब 3,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
- बद्रीनाथ की यात्रा के दौरान कई लोग इस जगह पर घूमने के लिए आते हैं।
- माणा गांव बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरी एक खूबसूरत घाटी में स्थित है।
- यहां आप हिमालय के शानदार दृश्य देख सकते हैं।
- आराम करने और प्रकृति का आनंद लेने के लिए यह शानदार जगह है।
- यह भारत के सबसे पुराने बसे हुए गांवों में से एक माना जाता है।
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खास अनुभव के लिए जाएं माणा
माणा गांव भारत-तिब्बत सीमा पर बसा हुआ है, इसलिए यहां पर आपको दोनों संस्कृतियों की झलक देखने का अवसर मिल जाता है। इस गांव में आपको वास्तुकला, भोजन और परंपराओं का एक शानदार मिश्रण देखने को मिल जाता है। जो पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है।
कहां स्थित है माणा गांव
देश के उत्तराखंड में स्थित चमोली जिले में यह छोटा सा माणा गांव स्थित है। जो भारत-तिब्बत सीमा के पास ही स्थित है। इस बारे में पीएम मोदी का कहना है कि सीमों पर बसा हर गांव देश का पहला गांव है, जिसे अब अनदेखा नहीं किया जाएगा। इस गांव को लेकर सामने कहानियों के अनुसार इसी जगह पर बैठकर वेद व्यास जी ने गणेश जी को महाभारत सुनाई थी।