Var Siddhi Mandir Ujaain: उज्जैन में इस मंदिर में सांकल बजाने से हो जाती है शादी
Var Siddhi Mandir Ujaain: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पर कई सारे धार्मिक स्थल मौजूद है जिनका अपना महत्व है। चलिए आज हम आपको यहां के एक खास मंदिर के बारे में बताते हैं।
Var Siddhi Mandir Ujaain : बाबा महाकाल की नगरी यू तो देश विदेश मे प्रसिद्ध है। उज्जैन में कई ऐसी देवी भी विराजमान है, जिसके चमत्कार कों देखने श्रद्धालु दूर दूर से आते है। आज हम आपको बता रहे हैं श्रीहरसिद्धि मंदिर की कहानी, जो एक चमत्कारी देवी साकल वाली देवी नाम से प्रसिद्ध है। इस मंदिर में दर्शन और क्रिया करने से कुवारों की शादी हो जाती है। देश विदेश से भक्त यहां पूजन के लिए आते हैं। यह प्रथा बरसो से चली आ रही है।
कहां है मंदिर
शक्तिपीठ हरसिद्धि के पीछे एक ऐसी देवी का भी मंदिर है जिसे वर सिद्धि माता कहा जाता है। वर सिद्धि यानी अच्छा वर (पति) देने वाली देवी। मान्यता है कि माता के दरवाजे की सांकल बजा कर शादी की मनोकामना का धागा बांधने पर कन्याओं का जल्दी विवाह हो जाता है। हरसिद्धि मंदिर के पीछे सीढिय़ों के समीप वरसिद्धि देवी का छोटा सा मंदिर है। मंदिर के भीतर देवी की आकर्षक प्रतिमा है। यहां आकर युवतियां दरवाजे की सांकल बजा कर मनोकामना का धागा बांध रही हैं। पचरंगी धागा बांधने में तीन या पांच गठान लगाई जाती है। मनोकामना पूरी होने पर देवी को पूजन सामग्री और प्रसाद भेंट किया जाता है। हरसिद्धि मंदिर के पुजारी पं. राजू पुजारी के अनुसार यह प्राचीन मंदिर है। मान्यता के कारण रोज ही यहां ऐसी कन्याएं या उनके अभिभावक आकर धागा बांधते हैं जिनका विवाह किसी कारण नहीं हो पा रहा।
उल्टा स्वास्तिक का भी है महत्व
इस मंदिर में उल्टे स्वास्तिक इसलिए बनाये जाते हैं क्योंकि माता कों यहा अर्जी के रूप मे उल्टा स्वास्तिक बनाने की पौराणिक परम्परा है। जल्दी से शादी हो जाये ये कह कर उल्टा स्वास्तिक बना कर मन्नत करते है। श्रद्धालु शादी होने के बाद दोबारा यहा आकर सीधा स्वास्तिक बनाने का रिवाज भी है। श्रद्धालुओं का मानना है कि मंदिर में उल्टा स्वास्तिक बनाने से मन चाही मुराद पूरी होती है। इसलिए मंदिर की दीवार में लोग उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं और मन्नत पूरी होने के बाद सीधा स्वास्तिक बनाते हैं।