Statue of Belief Specialty: सावन में करें भगवान शिव के स्टैचू आफ बिलीफ का दीदार
Statue of Belief Specialty : राजस्थान में राजसमंद जिले के नाथद्वारा कस्बे में ये प्रतिमा है, विश्वास स्वरूपम प्रतिमा महादेव शिव जी की प्रसन्न मुद्रा की प्रतिमा है।
Statue of Belief Statue Specialty : भगवान शिव की दुनिया की सबसे बड़ी और ऊंची प्रतिमा स्टैचू ऑफ़ बिलीफ यानी विश्वास की प्रतिमा जिसका आकार 369 फ़ीट ऊंचा है। बताते हैं कि इसे बनाने में तकरीबन 10 साल का समय लगा है, इस प्रतिमा को 'विश्वास स्वरूपम प्रतिमा' ( Vishwas Swarupam Statue) का नाम दिया गया है, ये राजस्थान में राजसमंद जिले के नाथद्वारा कस्बे में बनाई गई है। भगवान शिव की इस प्रतिमा का निर्माण तत पदम संस्थान द्वारा किया गया है, दावा है कि भगवान शिव की अल्हड़ व ध्यान मुद्रा वाली यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा है।
कहां है स्टैचू ऑफ़ बिलीफ (Where is Statue of Belief Located)
स्टैचू ऑफ़ बिलीफ की चर्चा तेजी से हो रही है बता दें कि भगवान शिव की दुनिया की सबसे उंची प्रतिमा जिसे विश्वास स्वरूपम नाम दिया गया है, वो राजस्थान में राजसमंद जिले के नाथद्वारा कस्बे में बनाई गई है, ये इतनी उंची है कि कहा जाता है कि इसे आप 20 KM की दूरी से भी दिखाई देगी, बताते हैं कि इसे आप उदयपुर-राजसमंद हाइवे से भी देख सकते हैं।
ऐसी है स्टैचू ऑफ़ बिलीफ में शिव जी की मुद्रा (Posture of Lord Shiva in Statue of Belief)
इसे बनाने में 10 साल का समय लगा है और इसे बनाने में 50 हज़ार लोगों ने दिन-रात काम किया है, जिसके बाद ये प्रतिमा तैयार हुई है । ये दुनिया की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा है, नाथद्वारा की गणेश टेकरी पर 51 बीघा की पहाड़ी पर बनी इस प्रतिमा में भगवान शिव ध्यान एवं अल्लड़ की मुद्रा में हैं। देखने पर स्टैचू ऑफ़ बिलीफ भगवान शिव जी की विशाल प्रतिमा दिखती है लेकिन इसके अंदर बड़े-बड़े हॉल हैं जहां एक वक्त पर करीब 10,000 लोग अंदर जा सकते हैं।
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ प्रतिमा की खासियत (Statue of Belief Specialty)
यहां 20 फीट चौड़ी गैलरी है और 110 फीट ऊंचा शिव जी का आसान है 270 फ़ीट ऊँचा शिव जी का बायां कंधा और त्रिशूल है तो दायां कन्धा 280 फीट ऊँचा है जिसमे नाग देवता के दर्शन होते हैं।
प्रतिमा के अंदर जाने के लिए 4 लिफ्ट लगी हैं, जहां श्रद्धालुओं को 20 फीट से लेकर 351 की ऊंचाई तक ले जाया जाएगा 270 फ़ीट की ऊंचाई पर जाने के बाद आप शिव जी के बाएं कंधे तक पहुंचेंगे जहाँ से आपको पूरा नाथद्वार दिखेगा।
इस शिव प्रतिमा की अपनी एक अलग ही विशेषता है, 369 फुट ऊंची यह प्रतिमा विश्व की अकेली ऐसी प्रतिमा होगी, जिसमें लिफ्ट, सीढ़ियां, श्रद्धालुओं के लिए हॉल बनाया गया है।
प्रतिमा के अंदर सबसे ऊपरी हिस्से में जाने के लिए चार लिफ्ट और तीन सीढ़ियां बनी हैं। प्रतिमा के निर्माण में 10 वर्षों का समय और 3000 टन स्टील और लोहा, 2.5 लाख क्यूबिक टन कंक्रीट और रेत का इस्तेमाल हुआ है।