Char Dham Yatra: चारधाम यात्रा पर जाने से पहले जान लें कौन सा है सबसे कठिन रास्ता
Char Dham Yatra : चार धाम यात्रा को लेकर हर साल भक्तों में भारी उत्साह देखने को मिलता है। इस बार भी यह यात्रा शुरू हो चुकी है और लाखों भक्तों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
Char Dham Yatra : हर साल होने वाली चार धाम यात्रा का भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। चार धाम यात्रा में तीन धाम केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल चुके हैं। 12 मई यानी कि आज से बद्रीनाथ के कपाट भी खुल जाएंगे। यात्रा पर जाने के लिए लाखों भक्तों ने रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया है। चार धाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा 8 में से शुरू कर दी गई थी और अब तक 21.48 लाख श्रद्धालुओं ऑनलाइन पंजीकरण करवा चुके हैं। इस आंकड़े से श्रद्धालुओं में यात्रा को लेकर उत्साह का अंदाजा साफ तौर पर लगाया जा सकता है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में से किस धाम तक पहुंचाने का रास्ता सबसे ज्यादा कठिन है। अगर आप यह नहीं जानते हैं तो आपको यात्रा पर जाने से पहले इस बात की जानकारी जरूर होनी चाहिए। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कहां का रास्ता सबसे ज्यादा कठिन है इससे आपको यात्रा पूरी करने में सहायता मिलेगी।
कहां से होगी यात्रा शुरू
चार धाम यात्रा की शुरुआत हरिद्वार से होती है। जो लोग मुश्किल चढ़ाई नहीं कर सकते उन्हें बद्रीनाथ और गंगोत्री की यात्रा करनी चाहिए क्योंकि यहां पर पहुंचना आसान होता है। चारों धाम की यात्रा करने में 10 से 12 दिन लगते हैं इसलिए यात्रा पर जाने से पहले जरूरी सामान अपने पास जरूर रखना चाहिए।
किस धाम की यात्रा है कठिन
चार धाम यात्रा पर जा रहे लोगों को यह पता होना चाहिए कि केवल दो मंदिर हैं जहां पर वह आसानी से पहुंच सकते हैं। इसमें बद्रीनाथ और गंगोत्री शामिल है इसके अलावा दो मंदिरों का रास्ता काफी मुश्किल है जिसमें सबसे ज्यादा मुश्किल केदारनाथ पहुंचने में आती है। केदारनाथ में यात्रियों की मौत की संख्या सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। हैदराबाद जाने से पहले अपना मेडिकल चेकअप जरूर करवा लें और अगर आप शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं है तो आपको यह यात्रा नहीं करनी चाहिए।
कौन सा धाम सबसे ऊपर
चारों धाम में समुद्र तल से गंगोत्री 11204, बद्रीनाथ 10170,। यमुनोत्री 10804 और केदारनाथ 11755 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है। बर्फबारी के कारण इन चारों धाम में ठंडा मौसम रहता है। कुछ लोग चार धाम के दर्शन करने के बाद 13200 फुट की ऊंचाई पर मौजूद गोमुख भी जाते हैं हालांकि यहां जाना इतना भी आसान नहीं है