Yellow City of India: भारत का शहर जो दिखता है सूरज की तरह सुनहरा, इसकी खूबसूरती देखकर मंत्रमुग्ध हो जायेगे आप
Yellow City of India: पूरा भारत अपनी ऐतिहासिकता को दर्शाता है। आज हम बात करेंगे देश की येलो सिटी के बारे में जो बेहद खूबसूरत है और सुन सिटी के नाम से भी प्रसिद्द है। आइये जानते है इस शहर की खासियत
Yellow City of India: भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन और समृद्ध संस्कृतियों में से एक है। इसका इतिहास लगभग 5,000 वर्षों से अधिक का है और यह बहुतायती और विविधतापूर्णता के लिए प्रसिद्ध है। भारतीय संस्कृति का मूल आधार धार्मिकता, दार्शनिक विचारधारा, भाषा, साहित्य, कला, संगीत, नृत्य, वास्तुकला, रस्म और नृत्यशास्त्र पर आधारित है।
भारतीय संस्कृति विविधताओं का एक समन्वित मिश्रण है जो विभिन्न धर्मों, जातियों, भाषाओं, और क्षेत्रों में व्याप्त है। इसकी महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक है सम्मान की भावना और परिवार में संबंधों का महत्व जो इसे अन्य संस्कृतियों से अलग करता है। भारतीय संस्कृति में अहिंसा, समरसता, संयम, त्याग, और सेवा की मान्यताएं महत्वपूर्ण हैं। भारत देश के हर राज्य की अलग कहानी, अलग वेशभूषा, अलग संस्कृति, कल्चर देखने को मिलता है। पूरा भारत अपनी ऐतिहासिकता को दर्शाता है। आज हम बात करेंगे देश की येलो सिटी के बारे में जो बेहद खूबसूरत है और सुन सिटी के नाम से भी प्रसिद्द है। आइये जानते है इस शहर की खासियत|
पीला शहर जैसलमेर
पीले शहर जैसलमेर का प्रमुख नाम है जो राजस्थान राज्य के एक मशहूर पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। इसे इसलिए पीले शहर कहा जाता है क्योंकि यहां के भव्य महल, हवेलियाँ, और इमारतें पीले रंग में बनाई गई हैं। यह शहर अपनी ऐतिहासिक महत्ता, वास्तुकला, और प्राचीनता के लिए प्रसिद्ध है। पीले शहर में विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल हैं। यहां परंपरागत राजपूताना की विविधता देखी जा सकती है जो इसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व को बढ़ाती है।
जैसलमेर किला पीले शहर का मुख्य आकर्षण है जिसे "सोनार किला" भी कहा जाता है। इस किले को रेगिस्तान में स्थित ऊँची चट्टान पर बनाया गया है और इसका रंग पीला होने के कारण इसे "पीले शहर" के नाम से पुकारा जाता है। इस किले के अंदर आप आइयाँ देख सकते हैं जो प्राचीनता की कहानी सुनाती हैं।
840 वर्ष पुराना है इसका इतिहास
जैसलमेर राजस्थान राज्य के पश्चिमी भाग में स्थित है और इसका इतिहास बहुत प्राचीन है। इसकी स्थापना माहराजा जैसल सिंह द्वारा 1156 ईस्वी में की गई थी। माहराजा जैसल सिंह का नाम पीले शहर की संस्कृति, ऐतिहासिक महलों, और साहसिकता से जुड़ा है। जैसलमेर हिन्दुस्तान के पश्चिमी भाग में स्थित थार रेगिस्तान में स्तिथ है। अपनी वंशावली को भंग किए बिना लगभग 770 वर्षों तक लगातार शासन किया, जो अपने आप में एक अनुपम घटना है। सल्तनत काल के लगभग 300 वर्षों के इतिहास में यह राज्य मुगल साम्राज्य से भी लगभग 300 वर्षों तक अपने अस्तित्व को बनाए रखने में सक्षम रहा था। भारत की परिस्थिति चाहे जैसी भी रही मुगल और अंग्रेज आए और गए, राज्य के वंशजों ने अपने वंश के गौरव के महत्व को यथावत रखा।
पीले रंग के पीछे की वजह
जानकारों के मुताबिक जैसलमेर को येलो सिटी या पीले शहर इसलिए कहा जहा है क्यूंकि यहाँ के किले में पीले पत्थर का प्रयोग हुआ है। जो इसे पीले रंग से भर देता है और ईमारत को अत्यंत खूबसूरत बनाता है। इस किले के पीले राण की वजह से जैसलमेर का नाम इरेल्लो सिटी पड़ा।
जैसलमेर स्थित गोल्डन फोर्ट
जेसलमेर में ऐसा किला है जिसे देखने के लिए लाखो की संख्या में पर्यटक आते है। इसे " सोनार किला" कहा जाता है। राव जैसल एक राजपूत शासक द्वारा निर्मित यह किला दुनिया के सबसे बड़े किलो में से एक है। पीले पत्तर से बना यह किला थार रेगिस्तान के बीच स्थित लोगो के लिए एक बड़ा आकर्षण का केंद्र है। इस किले में अब स्तानिये परिवार रहते हैं।