UP Tourism: यूपी में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी योगी सरकार, तीर्थ स्थलों का ऐसे होगा कायाकल्प
UP Tourism: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सत्ता संभालने के बाद से इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठा चुकी है। पुराने और खराब हालत में पहुंच चुके ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों का कराया जा रहा है। ऐसे पर्यटन स्थलों तक जाने वाली सड़कों की हालत दुरस्त की गई है।
UP Tourism: हिंदू धर्म के दो सबसे बड़े आराध्य प्रभु श्री राम और श्री कृष्ण की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की असीम संभावनाएं मौजूद है। अयोध्या और मथुरा के कारण दुनिया के कोने-कोने में बसे हिंदू इस प्रदेश से वाकिफ हैं। भगवान शिव की नगरी काशी हो या संगमनगरी प्रयागराज इनके जैसे कई छोटे-बड़े धार्मिक महत्व की जगहें हैं, जिनका ठीक से विकास हो तो पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाओं के द्वार खुल सकते हैं। साथ ही प्रदेश के राजस्व में भी वृद्धि होगी।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सत्ता संभालने के बाद से इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठा चुकी है। पुराने और खराब हालत में पहुंच चुके ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों का कराया जा रहा है। ऐसे पर्यटन स्थलों तक जाने वाली सड़कों की हालत दुरस्त की गई है। बिजली-पानी और सबसे अहम लॉ एंड ऑर्डर को सही किया गया है।
प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने आठ और तीर्थ विकास परिषद बनाने का निर्णय लिया है। सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट में इससे जुड़े प्रस्ताव पर जल्द मुहर लग सकती है। यूपी में फिलहाल पांच तीर्थ विकास परिषद हैं। जो इस प्रकार हैं - शाकुंभरी,शुक्र,गढ़मुक्तेश्वर, देवीपाटन और गोरखपुर तीर्थ विकास परिषद। इसके अलावा प्रदेश में बौद्ध धर्म से जुड़े तीन आध्यात्मिक स्थल बनाए जाने का निर्णय भी लिया गया है।
यूपी में यहां बन रहे 12 टूरिज्म सर्किट
योगी सरकार यूपी में 12 टूरिज्म सर्किट बना रही है। इनमें मथुरा, वृंदावन, प्रयागराज, अयोध्या, कुशीनगर, चित्रकूट, नैमिषारण्य, वाराणसी, लखनऊ, विध्यांचल में संस्कृति पर्यटन सुविधाओं का विकास एवं सांस्कृतिक पर्यटन परिपथ के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा 12 सर्किट (परिपथ) भी बनाया जा रहा है। बीते साल योगी सरकार ने 13वें प्रोजेक्ट के रूप में परशुराम तीर्थ सर्किट की घोषणा की थी, जिसके निर्माण का काम चल रहा है।