एनटीपीसी हादसे में लगातार बढ़ रहा है मरीजों की मौतों का आंकड़ा, 42 की मौत

Update:2017-11-10 13:06 IST

लखनऊ: 1 नवंबर को यूपी के ऊंचाहार हादसे के शिकार पीड़ितों की सांसें धीरे-धीरे धम रही हैं। एनटीपीसी से लेकर सरकार के अथक प्रयासों के बाद भी गंभीर रूप से झुलसे मरीजों को राहत नहीं मिल पा रही है। डॉक्टरों के विशेष टीमों की देख-रेख में दिल्ली तथा लखनऊ में मरीजों का उपचार चल रहा है। लेकिन फिर भी मौतों के आंकड़े लगातार छलांग मार रहे हैं।

अभी तक एनटीपीसी हादसे में जान गंवाने वालों संख्या 42 पहुंच गई है। वहीं, विभिन्न अस्पतालों में 32 पीड़ितों का इलाज चल रहा है। लेकिन इनमें अधिकांश मरीजों की हालत गंभीर है। इसलिए मौतों की संख्या में इजाफा होना तय है। ऐसे में पीड़ितों के परिजनों में मातम छाया हुआ है।

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दिल्ली व लखनऊ में चल रहे मरीजों का ब्योरा

-दिल्ली में 15 मरीज भर्ती हैं। लेकिन सभी की हालत गंभीर है।

-लखनऊ में 17 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें से 8 रोगियों की हालत में सुधार नहीं हो रहा है।

दिल्ली के इन अस्पतालों में भर्ती हैं मरीज

एम्स, अपोलो, आरएमएल और सफदरगंज अस्पताल में कुल मिलाकर 15 मरीजों का उपचार चल रहा है।

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राजधानी में यहां हैं मरीज

लखनऊ में सिप्स, एसजीपीजीआई और सिविल अस्पतालों में 17 मरीजों का इलाज चल रहा है।

एजीएम की हुई है मौत

गुरुवार सुबह एजीएम प्रभात श्रीवास्तव की मौत हो गई। इनका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। इसके अलावा एजीएम संजीव सक्सेना की सांसें थम चुकी हैं। एक और एजीएम मिश्री राम का इलाज अभी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है।

सभी अस्पतालों में सहायता केंद्र

दिल्ली में स्कोप में कंट्रोल रूम एवं एम्स, अपोलो,आरएमएल और सफदरगंज अस्पताल में सहायता केंद्र स्थापित किया गया है। इसी प्रकार लखनऊ में सिप्स, एसजीपीजीआई और सिविल अस्पताल में भी सहायता केंद्र स्थापित किये गये हैं। केंद्र और राज्य सरकारों के स्तर से भी बचाव और राहत कार्यों में काफी सहयोग मिल रहा है।

हर केंद्रों पर अधिकारी हैं मौजूद

दिल्ली तथा लखनऊ में भर्ती प्रत्येक रोगी की किसी भी आवश्यकता के लिए लिए एक-एक एनटीपीसी अधिकारी सहायता केंद्रों पर मौजूद हैं। इसके अलावा परिजनों की मदद के लिए एनटीपीसी के और भी अधिकारियों को ऊंचाहार, लखनऊ और दिल्ली में सहायता के लिए आकस्मिक रूप से बुलाया गया है।

कंपनी के आला अधिकारी कर रहे हैं जांच

विशेषज्ञ समिति वरिष्ठतम कार्यकारी निदेशक एसके रॉय तथा दो महाप्रबन्धक मिलकर घटना के जांच की रिपोर्ट 30 दिन के अंदर देंगे। कंपनी के शीर्ष अधिकारियों की गठित एक विशेषज्ञ समिति ब्वायलर के इकोनोमाइजर सेक्शन के फाल्ट की जांच कर रही है। जिसके परिणामस्वरूप फ्लू गैसों का निस्कासन हुआ। एनटीपीसी तथा उपकरण निर्माता भेल के विभिन्न विशेषज्ञ समितियां भी इस घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं।

ऊंचाहार प्लांट की क्षमता 1550 मेगावाट

एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना की कुल उत्पादन क्षमता 1550 मेगावाट है, जिसमें 210 मेगावाट की 5 यूनिटें तथा 500 मेगावाट की एक यूनिट शामिल है। 210 मेगावाट की सभी यूनिटें वर्तमान में प्रचालन में हैं, जबकि 5वीं यूनिट नियोजित-ओवरहालिंग में है। 500 मेगावाट की यूनिट को जल्दी ही एनटीपी चालू करने का प्रयास करेगी।

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