बच्चों में डालें शेयरिंग की आदत नहीं हो तो जाएगी आफत, जानें और फैक्ट्स

Update:2016-05-26 13:40 IST

लखनऊ: बच्चे तो ज्यादातर लोगों की पसंद होते है। उनकी तोतली आवाज सुनना, उनके साथ खेलना हर किसी को अच्छा लगता है। बच्चे थोड़े शरारती और थोड़े शालीन होते है।बच्चों का नटखटपन तो अच्छा लगता है लेकिन उनका बैडमैनर्स होना किसी को नहीं जंचता, क्योंकि अच्‍छे बिहेवियर और दूसरों की रिसपेक्ट करने वाले बच्‍चे सबका दिल जीत लेता है। क्यूट सॉफ्ट नेचर और तहज़ीब वाला बच्‍चा सबकी पहली पसंद होता है।

वैसे भी बच्चों के बिहेवियर से पैरेंटस के बिहेवियर का पता चलता है। इसलिए आज से ही आप भी अपने बच्चे को गुड मैनर्स सिखाइएं और गुड पैरेंट्स कहलाएं।

शेयरिंग की आदत डालें

अगर आप चाहते है कि आपका बच्चा दुनिया में अपनी पहचान बनाएं। लोग उसे पहचाने तो उसके स्वभाव को मिलनसार बनाएं। उसे चीजों को शेयर करने की आदत डालें। अपने भाई-बहनों के साथ सामान शेयर करने की आदत उसके पर्सनालिटी को अच्छा बनाने में मददगार साबित होगी।

सही स्‍कूल मेंं भेजें

बच्‍चा अपना सबसे ज्‍यादा वक्‍त स्‍कूल में ही बिताता है। स्‍कूल में ही बच्‍चा अच्‍छी और बुरी आदतें सीखता है, बच्‍चा जिस संगत में रह रहा है, अगर वो अच्‍छी हो और जिस स्‍कूल में पढ़ाई के साथ-साथ मैनर्स की बातें सिखाई जाती हों, बच्‍चे को उसी स्‍कूल में डालें।

नरम आवाज में करें बात

मां-बाप खुद भी बच्‍चों से नरम आवाज और आदर भाव से बात करें, इससे बच्‍चे पर साकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और बच्‍चा कोमल हृदय वाला बनेगा।

पैरेंटस खुद बनें मिसाल

बच्‍चों को सिर्फ ये कह देना क‍ि अदब से पेश आएं तो सिर्फ ये काफी नहीं है। मां-बाप को खुद दूसरों अच्‍छा बर्ताव कर बच्‍चे के सामने मिसाल बनना होगा। बच्‍चा वहीं सीखेगा, जो वो देखेगा। मां-बाप खुद बच्‍चों के सामने दूसरों से तहजीब से बात करें, ताकि उनका बच्‍चा उन्‍हें देखकर अच्‍छे स्‍वभाव वाला बने।

धर्म ग्रंथों से जोड़े

बच्‍चों को धर्म ग्रंथों में लिखी अच्छी बातें बताएं और प्रेरणावर्धक स्टोरी सुनाए। साथ ही, धर्म ग्रंथों में लिखी बातों पर अमल करने पर आपका बच्‍चा सॉफ्ट नेचर और पॉजीटिव विचारों वाला बनेगा।

अच्छी संगत में रखें

बच्चों का ज्यादातर समय स्कूल और फ्रेंड्स के साथ बितता है। इसलिए ये ध्यान रखें की आपका बच्चा कैसे बच्चों के साथ रहता है। क्या हरकत करता है। अगर बच्चे की अच्छे बच्चों के साथ दोस्ता होगी तो वो भी अच्छा बनेगा।

झूठ ना बोलें

बच्चों के सामने खुद पैरेंट्स को भी झूठ नहीं बोलना चाहिए। नहीं तो आपका बच्चा भी झूठ बोलना सीख जाएगा।इसलिए हमेशा बच्चों से सही और अच्छी बात करें जो उसके विकास में मददगार साबित हो।

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