SEED की रिपोर्ट: आगरा सबसे प्रदूषित शहर, जानें ये शहर भी हैं इस श्रेणी में
राजधानी में सेंटर फॉर इन्वॉरमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) की ओर से 'यूपी में वायु गुणवत्ता परिवेश’ नाम की एक रिपोर्ट जारी की गई। जिसमें मानसून के 2 महीने अगस्त और सितंबर के आकड़े लिए गए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक आगरा सबसे प्रदूषित शहर पाया गया है। इस बात का खुलासा इंडियास्पेंड की ओर से लगाए गए वास्तविक समय के वायु प्रदूषण निगरानी स्टेशन के आधार पर किया गया है।
आगरा : राजधानी में सेंटर फॉर इन्वॉरमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) की ओर से 'यूपी में वायु गुणवत्ता परिवेश’ नाम की एक रिपोर्ट जारी की गई। जिसमें मानसून के 2 महीने अगस्त और सितंबर के आकड़े लिए गए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक आगरा सबसे प्रदूषित शहर पाया गया है। इस बात का खुलासा इंडियास्पेंड की ओर से लगाए गए वास्तविक समय के वायु प्रदूषण निगरानी स्टेशन के आधार पर किया गया है।
इन शहरों में है सबसे अधिक प्रदूषण
-इन आंकड़ों के अनुसार आगरा में पर्टिकुलेट मैटर (धूल मिट्टी के छोटे-छोटे कण) की सघनता के स्तर पर 5 शहरों में आगरा सब से निचले पायदान पर है।
-इलाहाबाद दूसरा सबसे प्रदूषित शहर पाया गया है।
-वायु में सघनता 93.5 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब दर्ज की गई।
-इसके बाद कानपुर, लखनऊ और वाराणसी में प्रदूषण का स्तर ऊंचा पाया गया है।
प्रोग्राम हेड सुरभि शिखा क्या कहना है?
-सीड की प्रोग्राम हेड सुरभि शिखा ने newstrack.com से बातचीत में बताया कि 'सरकार को वायु प्रदूषण निगरानी स्टेशन से प्राप्त आंकड़ों को सार्वजनिक करना चाहिए'।
-इससे जिस दिन शहर में हवा दूषित हो उस दिन अलर्ट जारी करें। ताकि शहर के लोग अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सकारात्मक कदम उठा सकें।
-सुरभि ने सरकार से मांग रखते हुए कहा कि 'यह ज़रूरी है कि एक मजबूत योजनाबद्ध नीति के जरिए राज्य के लोगों को सांस लेने के लिए स्वस्थ वातावरण और स्वच्छ हवा उपलब्ध कराई जाए।
-सीड के सदस्य अभिषेक चंचल ने प्रस्तावित कार्य योजना के बारे में कहा कि प्रभावी परिवहन व्यवस्था, डीजल पर कम निर्भरता, औद्योगिक उत्सर्जन में कमी, खुले में कचरा डालने पर रोक और पेड़ लगाकर ग्रीन कवर को बढ़ाने कोशिशे की जानी चाहिए।