लखनऊ। लखनऊ की संस्कृति और तहजीब को पेश करते हुए लखनऊ महोत्सव का रंगारंग आगाज हुआ। महोत्सव का उद्घाटन पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने किया। इस बार 'बदलता लखनऊ, संवारता लखनऊ' थीम पर शुरू हुए महोत्सव के पहले दिन खासी भीड़ देखने को मिली। थीम के जरिए सरकार की उपलब्धियों को दिखाया गया है। महोत्सव की शुरुआत अमजद अली खान के सरोद की धुनों से हुआ।
नहीं शामिल हुए सीएम
सीएम अखिलेश यादव को महोत्सव का उद्घाटन करना था, लेकिन सपा के वरिष्ठ नेता धर्मानंद तिवारी के निधन के कारण सीएम समारोह में शामिल नहीं हुए।
अमजद अली खान ने बांधा समां
कार्यक्रम की शुरुआत में सरोद वादक अमजद अली खान ने अपने बेटों अमान और अयान के साथ समां बांधा। सरोद वादक अमजद अली खान ने बताया कि क्लासिकल संगीत एक ऐसा संगीत है जिसमें समर्पण सबसे ज्यादा है। खान साहब ने कहा कि कला का कोई रंग नहीं होता। इसे किसी मजहब में नहीं बांधना चाहिए। संगीत को पसंद करने वाले हर मजहब के होते हैं।
दिखाई दी सरकार की उपलब्धियां
महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत एक नाटक 'उम्मीदों के बाइस्कोप' के साथ हुई। इस नाटक के किरदार राम और रहीम ने किस्सागोई के जरिए प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। इसमें 1090, लैपटॉप वितरण, ई-रिक्शा और मेट्रो योजना शामिल रही।
कन्नौज का इत्र रहा खास
लखनऊ महोत्सव का मंच कन्नौज की इत्र में भी डूबा रहा। महोत्सव में आए मेहमानों का स्वागत भी उनकी कलाई पर इत्र लगाकर किया गया। उन्हें तोहफे में भी इत्र ही दिया गया। पर्यटन मंत्री ने भी फ्रांस के सहयोग से बन रहे परफ्यूम पार्क का बखान किया।
-कॉमेडी नाइट्स फेम सुनील ग्रोवर (गुत्थी), किकू शारदा (पलक) और अली असगर (दादी) की कॉमेडी नाइट ।
-युवा कवि सम्मेलन और कवि सम्मान समारोह दिन में दो बजे।
-राय उमानाथ बलि ओडिटोरियम में नाटक का मंचन ।
लखनऊ महोत्सव के आगाज की कुछ रंगारंग झलकियां।
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