लव ने बनाया इन बेजुबानों को निकम्मा, KISSING DAY पर ऐसे कही दिल की बात
अपने साथी को रिझाना, छेड़ना, चोंच लड़ाना, इस तरह की अठखेलियां इनकी दिनचर्या में शामिल है। इन्हें देखकर बस यही ख्याल आता है कि सच में प्यार को शब्दों की जरूरत नहीं है, इनके लिए प्यार तो प्यार है। इस दुनिया में जो लोग स्वार्थ में रिश्तों को निभाते है ।उन्हें इन बेजुबानों के निश्चल प्रेम से सीख लेनी चाहिए...
लखनऊ: प्यार एक ऐसा शब्द है जो दो दिलों को जोड़ता है। युं कहें प्यार के बिना सबकुछ अधूरा है। आपको पता ही है कि जिस शब्द के बिना सबकुछ अधूरा है उसी अधूरे शब्द की कोई परिभाषा नहीं है। प्यार के लिए शब्दों की नहीं एहसास की जरूरत होती है। जिसे इंसान क्या बेजुबान तक महसूस करते है। केवल दोनों के इजहार का तरीका अलग-अलग होता है। कोई इशारों से इश्क को बयां करता है तो कोई खामोशी से दिल में उतर जाता है। बेजुबान भी ऐसे ही अपने इश्क का इजहार करते है।उनका रुठना मनाना भी दिल को मोह लेता है। ये अपने हाव-भाव और अठखेलियों से ही प्यार को बयां करते है। पशु-पक्षियों के लिए हर दिन प्यार भरा होता है। किस डे पर वे भी चोंच लड़ाकर प्यार का इजहार करते हैं तो कभी रूठे साथी को मनाने के लिए उसके गाल सहलाते हैं। किस डे पर कुछ ऐसा ही नजारा लखनऊ के जू में भी देखने को मिला यहां इन बेजुबानों ने अपने तरीके से प्यार की मह बिखरा हुआ था। इनकी अठखेलियां और रूठना-मनाना देख हर कोई प्यार में खो गया।
हर दिन वेलेनटाइन: देखकर बहुत अच्छा लगा कि ये बेजुबान एक-दूसरे से प्यार का इजहार करके लोगों को जता रहे थे कि मोहब्बत के लिए किसी खास दिन की जरूरत नहीं होती। इनके लिए हर दिन सदाबहार होता है। अपने साथी को रिझाना, छेड़ना, चोंच लड़ाना, इस तरह की अठखेलियां इनकी दिनचर्या में शामिल है। इन्हें देखकर बस यही ख्याल आता है कि सच में प्यार को शब्दों की जरूरत नहीं है, इनके लिए प्यार तो प्यार है। इस दुनिया में जो लोग स्वार्थ में रिश्तों को निभाते है ।उन्हें इन बेजुबानों के निश्चल प्रेम से सीख लेनी चाहिए।