बहराइच: खुटेहना इलाके की रहने वाली एक महिला अपने नवजात बेटे को लेकर काफी परेशान है। बीती दो फरवरी की सुबह उसने बच्चे को जन्म दिया था, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए थे। इसकी वजह बच्चे के सिर में एक किलो का ट्यूमर था। इतना ही नहीं, नाक के पास भी ट्यूमर जैसी आकृति उभरी हुई है। बाल रोग विशेषज्ञों की मानें तो ये काफी गंभीर बीमारी है। हालांकि ऑपरेशन से इसका इलाज संभव है, लेकिन इसमें जान जाने का खतरा भी रहता है।
बच्चे के सिर से जुड़ा ट्यूमर लगातार बढ़ रहा है। आर्थिक स्थिति खराब होेने की वजह से महिला बच्चे का इलाज शुरू नहीं करवा पा रही है। इस मामले में जिले के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शिशिर अग्रवाल का कहना है कि बच्चे के सिर में जिस तरह से ट्यूमर है, ये कंजेनाइटिल डिसीज की श्रेणी में आता है। ये स्थिति तब बनती है, जब महिला 30 साल की उम्र से ज्यादा होने पर मां बनती है। लेट प्रेग्नेंसी में भ्रूण का विकास प्रभावित होता है। ऐसे में ट्यूमर और अंगों का समुचित विकास न होने की स्थितियां बनती हैं।
न्यूरो सर्जन ही कर सकते ऑपरेशन
डॉ. शिशिर ने बताया कि जिस तरह से नवजात के सिर में ट्यूमर है, उससे लग रहा है कि दिमाग का कुछ हिस्सा भी ट्यूमर की चपेट में है। ऐसी स्थिति में ऑपरेशन भी काफी खतरनाक होगा। बच्चे की जान भी जा सकती है।