जयपुर: अक्सर खाने के बाद लोग सौंफ का सेवन करते हैं। इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है। मुंह की दुर्गंध कम होने के साथ सांस और ह्दय संबंधी बीमारी से भी छुटकारा मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार सौंफ बहुत गुणकारी होता है। इसलिए खाने के बाद हर हाल में सौंफ लेना चाहिए। यह शरीर में वजन को नियंत्रित करने में मददगार होता है। अगर आंख की समस्या है तो सौंफ के साथ मिश्री लेने से फायदेमंद है। सौंफ में विटामिन सी, पोटेशियम, मैंगनीज, लोहा, फोलेट और फाइबर शामिल है।
आगे...फायदे
इसमें जीवाणुरोधी और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पीड़ादायक मसूड़ों को शांत करने में सहायक होता है। इससे मुंह की बदबू दूर होती है। सौंफ के बीज में अपच, सूजन और पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। इसके इस्तेमाल से पेट में दर्द और पेट के अंदर सूजन से राहत मिलती है। इससे पेशाब की रुकावट भी दूर होती है। इसलिए सौंप की चाय पीने से पेशाब के रास्ते की समस्या दूर होती है। साथ ही आंखों की सूजन भी कम करता है।
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यह भूख को कम करता है। सौंफ का ताजा बीज प्राकृतिक वसा नाशक के रूप में कार्य करता है। इसलिए इसके इस्तेमाल से वजन घटता है। सर्दी-खांसी, फ्लू और साइनस से श्वसन तंत्र के संक्रमण से राहत दिलाने में भी यह मददगार साबित होता है।यह पोटेशियम का अच्छा स्त्रोत है। यह बीपी को कम करता है। विटामिन सी एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। यह ह्दय रोग से बचाता है।
नुकसान
सौंफ खाने से एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है। स्तनकैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। स्तनपान करने वाली महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।