आगरा: ताजनगरी आगरा में ट्रेन में सफ़र करने वाले देशी सहित विदेशी पर्यटकों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। आगरा कैंट से ईदगाह के बीच ट्रेनों की सुरक्षा को दर-किनार करते हुए नाले का पानी ट्रैक के दूसरी ओर निकालने के लिए ट्रैक में दो स्लीपर के बीच से छोटी सी नाली बना दी गई है। दोनों स्लीपर को नीचे सपोर्ट के लिए कुछ पत्थर लगाए गए हैं। इससे ट्रैक काफी कमजोर स्थिति में आ गया है।
रेलवे ने नगर निगम को पत्र लिखकर खतरे का अंदेशा जताया है। दरअसल ये ट्रैक आगरा कैंट और ईदगाह स्टेशन को जोड़ने वाला है। इस सेक्शन में किमी संख्या 81/एसी-5 से 81/एसी-12 तक रेलवे ट्रैक से कुछ दूरी पर समानांतर नगर निगम का एक नाला बहता है। यह नाला ईदगाह के नगला छउआ व अन्य इलाकों को जोड़ता है। नगर निगम प्रबंधन ने इस नाले पर ध्यान नहीं दिया, इस कारण उसकी बाउंड्री आदि कई जगह से टूट गई।
इस कारण नाले का पानी ओवर फ्लो होने से काफी चोड़े हिस्से में फैल चुका है। धीरे-धीरे नाले का पानी रेलवे ट्रैक पर आ जाता है। कई बार रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने से इसकी सफाई भी की गई है। चिंता की बात यह है कि ट्रैक के बगल से काफी दूरी तक नाले का पानी भरा रहता है, जो रेलवे ट्रैक के नीचे जमीन में समा रहा है। इससे रेलवे ट्रैक के धंसने का खतरा बन चुका है।
देश की शाही ट्रेनों में शुमार आईआरसीटीसी की शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील को भी आगरा कैंट से आगरा फोर्ट स्टेशन ले जाने के लिए इस ट्रैक का इस्तेमाल किया जाता है।
सीजन में इस ट्रेन में सफर करने वाले देशी विदेशी यात्री भी ‘मौत’ की पटरी से गुजर रहे हैं। आगरा कैंट से ईदगाह होकर आगरा फोर्ट जाने के लिए इस ट्रैक से सुबह शाम तूफान एक्सप्रेस गुजरती है। इसके अलावा बयाना से पलवल जाने वाली बयाना-पलवल पैसेंजर भी इसी ट्रैक से अप और डाउन में चलती है। कभी भी ट्रैक धंसने से ये ट्रेनें हादसे का शिकार हो सकती हैं। कई मालगाड़ियां भी यहां से पास की जाती हैं।
रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियरिंग विभाग ने नगर निगम को चेताया है कि नाले के रखरखाव न होने के कारण ये हालात बने हैं। ट्रैक क्षतिग्रस्त हो रहा है। अगर हादसा होता है, तो इसकी जिम्मेदारी नगर निगम की होगी।उप नगर आयुक्त अनिल कुमार ने बताया कि नाली क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी ओवर फ्लो होता है। ट्रैक से पानी साफ करवाया गया है। लगातार सफाई के निर्देश दिए हैं। नया नाला बनाने का प्रस्ताव भी है।