बेड पर स्मार्टफोन यूज करने वाले दें इस बात पर ध्यान, वरना जिंदगी भर के लिए हो जाएंगे परेशान

Update: 2016-12-05 11:02 GMT

नई दिल्ली: आजकल लोगों को स्मार्टफोन का खूब क्रेज चढ़ा हुआ है। दिन हो या रात, सुबह हो या शाम, हर टाइम अपने स्मार्टफोन को हाथ में लिए घूमते हैं। एक बार लोगों को एक टाइम का खाना भले न मिले, लेकिन उनका स्मार्टफोन उनसे दूर नहीं जाना चाहिए। ऐसे में जिन लोगों को दिन में मोबाइल यूज करने का मौका नहीं मिलता है, वह रात में खाना खाने के बाद बिस्तर पर लेटने के टाइम स्मार्टफोन यूज करते हैं। उनकी चैट का सिलसिला रात में शुरू होता है। ऐसे में यह सिलसिला कितनी रात तक चलेगा, वह खुद नहीं जानते हैं। कई बार तो लोग सुबह चार बजे तक लेते-लेते मोबाइल यूज करते हैं।

पर क्या आप जानते हैं कि इससे कितना बड़ा नुकसान आपकी आंखों को हो रहा है? अगर आप भी बेड पर लेते-लेते स्मार्टफोन रात में यूज करते हैं, तो आज से ही संभल जाइए।

आगे की स्लाइड में जानिए कैसे हो रहा है आंखों को नुकसान

आपको यह जानकर हैरानी होगी के रात में लेते-लेते मोबाइल यूज करने पर लोगों को अंधेपन की प्रॉब्लम हो सकती है। यह खुलासा एक रिसर्च में हुआ है। इसके अनुसार डॉक्टर्स का कहना है कि जो लोग रात में बेड पर स्मार्टफोन यूज करते हैं, उन्हें अपने फोन की स्क्रीन को डार्क रखना चाहिए। हाल ही में न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छपी एक खबर के अनुसार डॉक्टर्स के पास इस तरह के दो केस सामने आ चुके हैं। इस केस में दो महिलाएं थी जिनमें से एक की उम्र 40 साल और दूसरे की उम्र 22 साल थी डॉक्टर्स ने इन दोनों के केस में 'क्षणिक अंधेपन' को पाया।

इस बारे में डॉक्टर ने जब दोनों महिलाओं से पूछा कि जब आपके सामने 15 मिनट के लिए अंधेरा छा गया, तब आप क्या कर रही थी। इस पर उनका जवाब था कि करवट लेकर केवल एक आंख से ही लगातार स्मार्टफोन यूज कर रही थी। उसके कुछ देर बाद जब उन्होंने अपने फोन को रखा, तो अचानक उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। उन्हें कुछ भी दिखाई देना बंद हो गया।

आगे की स्लाइड में जानिए इस मोबाइल से होने वाले इस अंधेपन से बचने के लिए क्या करें?

आजकल लोगों के रात में देर तक स्मार्टफोन यूज करने के कारण लोगों में 'क्षणिक अंधापन' बढ़ रहा है। लेकिन इस बारे में डॉक्टर्स का कहना है कि अगर आप इस अंधेपन से बचना है, तो फिर आपको एक के बजाय दोनों आंखों से स्मार्टफोन को यूज करना चाहिए। इससे इस अंधेपन की प्रॉब्लम से काफी हद तक निपटा जा सकता है।

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