OMG: फेसबुक से हुई इतनी बड़ी गड़बड़ी, शर्मनाक गाली का ट्रांसलेशन बताया ‘मुस्लिम’
लखनऊ: मान लीजिए कि आप फेसबुक पर कोई गाली टाइप करते हैं, लेकिन कैसा लगेगा जब इसका ट्रांसलेशन करने पर आपके सामने किसी समुदाय विशेष का नाम आ जाएगा। जी हां, हाल ही में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के ट्रांसलेशन टूल की हेल्प से होने वाले ट्रांसलेशन में एक काफी बड़ी और कंट्रोवर्सियल कमी सामने आई है, जिसे देखकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। लोगों के सबसे पसंदीदा सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के ट्रांसलेशन टूल में अगर आप 'माद...द' जैसा शर्मनाक शब्द लिखेंगे, तो इसका इंग्लिश ट्रांसलेशन 'मुस्लिम' लिखकर आता है।
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सभी जानते हैं कि 'माद...द' शब्द इंडिया में एक भद्दी गाली है लेकिन ध्यान देने वाली बात तो यह है कि फेसबुक ट्रांसलेशन के जरिए होने वाली इतनी बड़ी खामी को दुनिया की सबसे बड़ी नेटवर्किंग साइट चलाने वाले लोग पकड़ नहीं पाए? देश की इतनी पॉपुलर साइट की गलती मीडिया में वायरल होने के बाद फेसबुक ने इसमें सुधार तो कर दिया है, लेकिन फेसबुक की इतनी बड़ी गलती से जो समुदाय विशेष (मुस्लिम वर्ग) आहत हुआ है, उसकी जवाबदेही कौन करेगा?
बता दें कि केवल इंडिया में सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को यूज करने वाले 14 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं। यूजर के मामले में अमेरिका के बाद इंडिया दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। वहीं यह भी बता दें कि इस डाटा में 13.3 करोड़ यूजर फेसबुक को अपने स्मार्टफोन से एक्सेस कर रहें हैं जबकि दुनियाभर में फेसबुक के डेढ़ अरब से ज्यादा यूजर हैं।
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लोगों की हेल्प के लिए फेसबुक ने 2011 में ट्रांसलेशन टूल को लांच किया था। इसके साथ ही साल 2012 में फेसबुक की ओर से कहा गया था कि वो ट्रांसलेशन टूल के लिए दुनियाभर के वालंटियर्स की मदद लेता है। उस टाइम मीडिया में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि एक लाख से ज्यादा फेसबुक यूजर्स ने उस ट्रांसलेशन एप्लिकेशन इंस्टॉल किया था।
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