ईंट भट्ठे से लेकर शादी तक, ये है दो मजदूरों के अजब प्रेम की गजब कहानी

दोनों के बीच संदेश वाहक का काम ईंट ढोने वाला ट्रैक्टर ड्राइवर करता था। प्रेमी अपनी बातें ट्रैक्टर चालक के माध्यम से धमौल स्थित ईंट भट्ठे पर अपनी प्रेमिका तक पहुंचाया करता था और वह उसी चालक से अपना संदेश नादी स्थित ईंट भट्ठे पर पहुंचाया करती थी। ये सिलसिला दो साल तक चला।

Update:2019-01-25 10:52 IST

अरवल: कहते है कि ‘’अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है।“ ओम शांति ओम’ फिल्म का ये फेमस डायलॉग आज एक बार हकीकत में दिखाई पड़ता नजर आया है। मामला झारखंड के लातेहार जिले के महुआ गांव का है। यहां दो मजदूर ईंट भट्ठे पर मजदूरी करते और एक-दूसरे को देखते, लेकिन बात नहीं होती थी।

ईंट भट्ठे पर एक दिन समारोह था तो दोनों के बीच बातचीत हुई और फिर धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हो गई और कुछ ही दिनों में दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों की शादी में तमाम अड़चनें थी लेकिन भट्टा मालिक ने आगे आकर न केवल अड़चनें दूर की बल्कि उनकी शादी भी कराई।

ये भी पढ़ें...देसी बाबू-गोरी मेम: फ़िल्मी स्टोरी से कम नहीं इस जोड़े की प्रेम कहानी

ये है पूरा मामला

हुआं यूं कि ईट भट्ठे पर काम करने वाले झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत लोहरसी गांव निवासी सुरेश लोहार की आंखें दूसरे ईंट भट्ठे पर काम करने वाली खुशबू कुमारी से चार हो गईं। लड़की भी झारखंड की ही लातेहार जिले की महुआ गांव की निवासी है । दोनों ईंट भट्ठे पर मजदूरी करते और एक-दूसरे को देखते, लेकिन बात नहीं होती थी। ईंट भट्ठे पर एक दिन समारोह था तो दोनों के बीच बातचीत हुई और फिर धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हो गई और कुछ ही दिनों में दोस्ती प्यार में बदल गई।

दोनों के बीच संदेश वाहक का काम ईंट ढोने वाला ट्रैक्टर ड्राइवर करता था। प्रेमी अपनी बातें ट्रैक्टर चालक के माध्यम से धमौल स्थित ईंट भट्ठे पर अपनी प्रेमिका तक पहुंचाया करता था और वह उसी चालक से अपना संदेश नादी स्थित ईंट भट्ठे पर पहुंचाया करती थी। ये सिलसिला दो साल तक चला।

ये भी पढ़ें...जिन लड़कों को आती है STORY सुनानी, जल्द बनती है उनकी प्रेम कहानी

दोनों के बीच के प्यार की कहानी का पता जब ईंट भट्ठे के मालिकॉ को हुई तो उन्होंने मानवता का परिचय देते हुए एक सकारात्मक कदम उठाकर दोनों के परिजनों से इस रिश्ते के संबंध में बातें की। दोनों की रजामंदी के बाद उन्होंने अपने चिमनी भट्ठे पर शादी की इजाजत दी।

ईंट भट्ठे पर ही शादी का मंडप बनाया गया जहां भव्य समारोह का आयोजन कर पूरी धार्मिक रीति-रिवाज के साथ दोनों की शादी हुई।

शादी समारोह में ईंट भट्ठे पर काम करने वाली महिलाओं ने मंगल गीत गाया तो वहीं मजदूरों ने भी जमकर डीजे की धुन पर ठुमके लगाए। कन्यादान की रस्म ईंट भट्ठे के मालिक ने निभाई और वर- वधू दोनों को भरपूर उपहार दिए। दोनों ही परिवार के परिजन इस शादी समारोह को देखकर खुश नजर आए। यह शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।

ये भी पढ़ें...अजब गजब होली 2018: ‘लाट साहब’ को भैंस पर बैठाकर मारते है जूता, जानें क्यों

Tags:    

Similar News