लखनऊ: तमिल और हिंदी फिल्मों की पूर्व हिरोईन जयललिता ने इतिहास रचते हुए विधानसभा चुनावों में जबरदस्त जीत हासिल की है। खबरिया चैनलों के एक्जिट पोल के दावे को झुठलाते हुए उनकी पार्टी एआईएएमडीके ने विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है।
कौन हैं जयललिता
-24 फरवरी 1948 को जन्मीं जयललिता 6ठी बार तमिलनाडु की सीएम बनेंगी।
-उनका जन्म मेलुकोट के कर्नाटक में हुआ था।
-उनका पूरा नाम जयललिता जयराम है।
-जयललिता ने एम जी रामचन्द्रन के साथ राजनीति की पारी शुरू की थी।
-वह अब तक पांच बार तमिलनाडु की सीएम बनी हैं ।
-1991 से 1996,मई 2001 से सितम्बर 2001, मार्च 2002 से मई 2006 ,मई 2011 से सितम्बर 2014,अक्तूबर 2014 से अब तक।
-बीच में आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल भी गई थी।
-जेल जाने के कारण उनकी पार्टी के पनीरसेवलम सीएम बनाए गए थे ।
एक्ट्रेस के रूप में की करियर की शुरुआत
-जब वे मात्र 15 साल की थीं, तभी उनकी मां ने उन्हें फिल्मों में जाने के लिए प्रेरित किया।
-इसी उम्र में उन्होंने कन्नड़ भाषा की फिल्म में काम किया।
-अगले ही साल यानी 1965 में उन्होंने तमिल सिनेमा में फिल्म में एंट्री की।
-जयललिता ने अपने फ़िल्मी करियर में 130 फिल्में की हैं।
-1961 में अंग्रेजी फिल्म इपिसाइट से अभिनय की दुनिया में कदम रखने वाली जयललिता 1980 तक लगातार साउथ इंडस्ट्री पर राज करती रही हैं।
तमिल सिनेमा में की थी स्कर्ट पहनने की शुरुआत
-कहा जाता है कि तमिल सिनेमा में स्कर्ट पहनने की शुरुआत जयललिता ने ही की थी।
-जयललिता ने अपने फ़िल्मी करियर में कई भाषाओं की फिल्मों में काम किया है।
-उन्हें खासतौर से तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों के लिए जाना जाता है।
-लेकिन साल 1968 में उन्होंने हिंदी फिल्म 'इज्ज़त' में भी काम किया है।
-इस फिल्म में धर्मेन्द्र ने उनके साथ मुख्य भूमिका अदा की थी।
तीन बार मिल चुका है फिल्मफेयर
-जयललिता की गिनती साउथ सिनेमा की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेसेस में होती थी।
-उनके शानदार अभिनय के लिए उन्हें तीन बार फिल्मफेयर के बेस्ट एक्ट्रेस (साउथ) के अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है।
-पहला फिल्मफेयर उन्हें शिवाजी गणेशन की तमिल फिल्म के लिए मिला था।
-इसी साल तेलुगु फिल्म 'श्री कृष्ण सत्य' के लिए उन्हें दूसरा फिल्मफेयर मिला।
-साल 1973 में तमिल फिल्म सूर्यक्रांति के लिए तीसरा फिल्मफेयर मिला था।
ऐसे हुई इनकी राजनीति में एंट्री
-1977 में तमिलनाडु के तत्कालीन सीएम एम जी रामचंद्रन ,जयललिता को राजनीति में लेकर आए थे।
-लेकिन खुद जयललिता इस बात से इंकार करती हैं।
-1982 में उन्होंने रामचंद्रन की पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कडगम (AIADMK) ज्वाइन कर ली।
-1983 में उन्हें प्रचार समिति का सचिव बनाया गया और यही वह साल था।
-जब वे पहली बार तिरुचेंदूर विधानसभा सीट से विधायक चुनी गईं।
-जयललिता की धाराप्रवाह अंग्रेजी के कारण रामचंद्रन चाहते थे कि वे राज्यसभा में आएं।
-1984 से 1989 में वे बतौर राज्यसभा सदस्य संसद में अपनी जगह बनाए रहीं।
-1989 में जयललिता ने तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष की नेता के रूप में अपनी जिम्मेदारी संभाली।
-24 जून 1991 को वे पहली बार राज्य की मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुईं।