बुलंदशहर का शेर 'शेर मोहम्मद' नक्सलियों के हमले में हुआ घायल, पूरा गांव मांग रहा दुआएं

Update: 2017-04-25 08:21 GMT

बुलंदशहर: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सलियों के हमले में बुलंदशहर के रहने वाले शेर मोहम्मद भी घायल हुए हैं। वह सीआरपीएफ की उस टुकड़ी में थे, जिसपर पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के नक्सलियों ने हमला किया था। शेर मोहम्मद ने जांबाजी के साथ नक्सलियों का मुकाबला किया और पांच नक्सलियों को मार गिराया। शेर मोहम्मद ने अपने कई साथियों की जान भी बचाई। बता दें कि इस वक्त उनका इलाज रायपुर के अस्पताल में चल रहा है।

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बुलंदशहर के गांव आसिफाबाद चांदपुरा निवासी शेर मोहम्मद छत्तीसगढ़ में पिछले चार सालों से तैनात हैं और कई बार नक्सलियों से लोहा ले चुके हैं। बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन कर बेस कैंप है। बेस कैंप के पास चिंतलनार और दोरनापल स्टेट हाईवे बन रहा है।

इसकी सुरक्षा के लिए सुबह बटालियन की दो कंपनी रवाना हुई थी। दोपहर 12 बजे के बाद जब जवान खाना खाने के लिए बैठे, तो नक्सलियों ने अचानक हमला कर दिया। हमले में 25 जवान शहीद हो गए। 8 जवान घायल भी हो गए, जिसमें 4 जवानों की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी घायलों को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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बुलंदशहर के शेर के लिए पूरा गांव मांगा रहा है दुआ: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सलियों के हमले में घायल हुए बुलंदशहर के रहने वाले शेर मोहम्मद रायपुर के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है। इधर बुलंदशहर में मां मौला से लाल के सलामती की दुआ मांग रही है। मां की इस तड़प के साथ शेर मोहम्मद के गांव के सभी लोग शामिल हैं। सभी की जुबां पर बस यही दुआ है कि शेर मोहम्मद जल्द से स्वस्थ होकर उनके बीच आएं।

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पिता, चाचा और भाई कर रहे हैं देश सेवा: शेर मोहम्मद की बहादुरी की इस वक्त हर तरफ चर्चा हो रही है। घायल होने के बाद वो नक्सिलयों से लोहा लेते रहे और उन्होंने अपने कई साथियों को भी बचाया। नक्सलियों के हमले में घायल हुए शेर मोहम्मद देश सेवा में अकेल नहीं है शेर मोहम्मद के परिवार तीन लोग देश सेवा में हैं। बताते चलें कि शेर मोहम्मद के पिता नूर मौहम्मद भी राजपुताना बटालियान में रहकर देश की सेवा कर चुके है। चाचा अब्दुल सलाम भी देश फौजी है और देश सेवा कर रहे है। यहीं नहीं शेर मोहम्मद का भाई मुबारक अली आरटीओ में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है।

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बेटे पर है मां को गर्व, कहां 5 नक्सलियों को मार गिराया: शेर मोहम्मद की मां फरीना बीबी ने बताया कि उन्हें आज अपने बेटे पर सबसे ज्यादा गर्व है। शेर मोहम्मद अपनी धरती मां को बचाने के लिए नक्सलियों से भिड़ गया और घायल हो गया। फरीना बीबी बताती है कि उनके बेटे शेर मोहम्मद ने पांच नक्सलियों को मार गिराया और अपने घायल साथियों को बचाने के लिए खुद भी घायल हो गया उन्हें अपने बेटे पर नाज है।

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शेर मोहम्मद को लगी 5 गोलियां: फरीना बीबी बताती है कि उन्हें टीवी पर न्यूज से पता चला था कि नक्सलियों ने हमला कर दिया। जिसमें उनका बेटा शेर मोहम्मद घायल हो गया। उसके बाद शेर मोहम्मद की खबर लेने के लिए बटालियन में फोन किया तो उन्होंने बताया कि रामपुर के एक अस्पताल में शेर मौहम्मद भर्ती है और उसे 5 गोलिया लगी हैं।

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पोते को भी भेजना चाहती हैं फौज में: फरीना बीबी की मानें तो देश सेवा करते-करते हुए पति की मौत हो चुकी है। एक बेटा दिल्ली में आरटीओ के पद पर इंस्पेक्टर है तो दूसर शेर मोहम्मद 74 वीं बटालियन में सिपाही है। अब वह अपने पोते को भी देश सेवा के लिए फौज में शामिल कराना चाहती है।

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