PHOTOS: नादान इंसान नहीं समझ सका बेजुबान बंदर के ये इशारे, वर्ना बच जाती एक जान
वो बेजुबान बंदर इशारा करता रहा रहा लेकिन किसी ने भी उसके इशारे को समझा नहीं। अगर कोई भी उसके इशारे को समझ लेता तो शायद एक आज एक इंसान की जान बच जाती। यह सुनने में जरूर थोड़ा अटपटा सा लगे, लेकिन यह घटना सच है।
कानपुर: वो बेजुबान बंदर इशारा करता रहा रहा लेकिन किसी ने भी उसके इशारे को समझा नहीं। अगर कोई भी उसके इशारे को समझ लेता तो शायद एक आज एक इंसान की जान बच जाती। यह सुनने में जरूर थोड़ा अटपटा सा लगे, लेकिन यह घटना सच है।
दरअसल कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र स्थित देवकी नगर में रहने वाले फैज मोहम्मद (30) पुरानी कारों को बेचने खरीदने का बिजनेस करते थे। नोट बंदी के बाद से फैज का बिजनेस पूरी तरह से चौपट हो गया था। जिसकी वजह से वह बहुत परेशान रहते थे।
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बिजनेस में भारी नुकसान होने के चलते रविवार (15 जनवरी) को फैज ने रेलवे ट्रैक पर सुसाइड कर ली। फैज की मौत के बाद जब स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो ढाई घंटे तक जीआरपी नहीं पहुंची। रेलवे ट्रैक पर शव पड़ा रहा और ट्रेनें उसके शव के ऊपर से गुजरती रहीं।
इस पूरी घटना को रेलवे ट्रक के पास बैठे एक बंदर ने देखा और वह पूरी घटना को इशारों-इशारों में बताने लगा, लेकिन वहां मौजूद किसी ने भी उस बेजुबान बंदर की ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा।
प्रत्यक्षदर्शी लखन सिंह ने बताया कि यह बंदर काफी देर शव के पास बैठा रहा। जब उसको शव के पास से भगाया गया तो वह इस घटना को इशारो में बताने लगा। वह फैज की मौत के पूरे घटनाक्रम को इशारों में बता रहा था। यह देख सभी लोग हैरान हो गए।
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