लखनऊः शांति का नोबल पुरस्कार हासिल करने वाले कैलाश सत्यार्थी ने युवाओं से अपील की है कि वे बच्चों को हक दिलाने के लिए उनका साथ दें। बुधवार को लखनऊ में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) में सत्यार्थी ने कहा कि युवा ही भारत की तकदीर हैं और जहां एक साथ इतने युवा हों, वहां पावर हाउस बन जाता है।
और क्या बोले कैलाश सत्यार्थी?
-लखनऊ ने मुझे दुनिया की सबसे खूबसूरत गिफ्ट दी है। मेरी पत्नी सुमेधा लखनऊ की हैं।
-सीएम अखिलेश के आवास पर मुझे एक से बढ़कर एक जुनूनी युवा मिले।
-लोहिया ने कहा था कि राजनीति लंबे वक्त का धर्म है। सीएम में ये बात देखने को मिली।
-नोबल पुरस्कार पाने वाले अलग नहीं होते।
-4 P यानी पीपुल (लोग), प्लैनेट (धरती), प्रॉस्पैरिटी (संपन्नता) और पीस (शांति) जरूरी हैं।
भेदभाव पर साधा निशाना
-कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि संपन्नता आए, लेकिन भेदभाव रहेगा तो गलत है।
-सीरिया में सिगरेट से सस्ते में बिक रही हैं लड़कियां, 10 साल के बच्चे को बंदूक थमाई जा रही है।
सीएम ने क्या कहा?
-युवा सपने को साकार करना चाहते हैं, किसी न किसी क्षेत्र को लीड करेंगे।
-युवा जब सपने देखें तो उसका कैनवास और एजेंडा बड़ा होना चाहिए।
-कलाम साहब सच्चे इंसान थे, उन्होंने यूपी की तरक्की के बारे में मुझे बताया।
-कलाम की बताई सभू योजनाएं यूपी में चल रही हैं।
किनका हुआ सम्मान?
-कॉन्क्लेव में मोहसिन अंसारी को अवॉर्ड दिया गया।
-कैलाश सत्यार्थी को भी दिया गया अवॉर्ड।
-दीया मिर्जा, एसिड अटैक पीड़ित लक्ष्मी को अवॉर्ड मिला।
-परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र कुमार यादव को भी अवॉर्ड दिया गया।
-कलाम पर दो वेबसाइट कलाम प्रोजेक्ट और कलाम चैलेंज भी लॉन्च की गईं।
फोटोः कॉन्क्लेव में कैलाश सत्यार्थी के साथ सीएम अखिलेश यादव