भूटान की पापुलेशन से 5 गुना ज्यादा है एनआरसी से बहिष्कृत किये गये नागरिकों की संख्या

Update: 2018-08-01 13:55 GMT

नई दिल्ली: असम में एनआरसी ड्राफ्ट जारी होने के बाद 40,07,707 लाख लोगों की नागरिकता को अवैध घोषित कर दिया गया है। इसके बाद से उनकी नागरिकता पर तलवार लटक गई है। ये कोई मामूली आंकड़ा नहीं है। अगर इसी संदर्भ में बात करे तो क्रोशिया दुनिया का एक ऐसा देश है। जिसकी कुल आबादी 2017 में उतनी (41 लाख) ज्यादा थी जितनी कि आज असम में अवैध घोषित किये गये नागरिकों की संख्या है। यानी कि आज जितने लोग असम में अवैध नागरिक घोषित किये गये है। उतनी 2017 में क्रोशिया की आबादी रही है। वहीं अगर बात करे भूटान की तो उसकी कुल आबादी आज 8 लाख है। जो कि असम में अवैध घोषित किये गये नागरिकों की संख्या से 5 गुना ज्यादा है। यहीं नहीं अगर हम बांग्लादेश से तुलना करे तो पाएंगे कि जितने लोग आज असम में अवैध नागरिक घोषित किये गये है। 2017 में बांग्लादेश की कुल जनसंख्या (16.5 करोड़) का ये 1/5 हिस्सा था।

बता दे कि एनआरसी के तहत असम में कुल 3.3 करोड़ लोगों के आवेदन आये थे।

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40 लाख अवैध नागरिकों की तुलना वर्ल्ड कप कंट्रीज की पापुलेशन से

अगर हम असम एनआरसी ड्राफ्ट के आंकड़ों की तुलना उन देशों की आबादी से करे जिन्होंने हाल ही में वर्ल्ड कप खेला है तो पाएंगे कीस्विट्जरलैंड की कुल आबादी (85 लाख) है। ये संख्या असम में अवैध घोषित किये गये नागरिकों की कुल संख्या की आधी है। जबकि पुर्तगाल, बेल्जियम की आबादी की एक तिहाई है। यहीं नहीं ये आंकडा इतना ज्यादा है कि उरुग्वे की कुल आबादी(35 लाख) भी इससे कम है।

एक नजर इन आंकड़ों पर

वर्ल्ड कप कंट्रीज पापुलेशन

स्विट्जरलैंड - 85 लाख

क्रोशिया - 41 लाख

उरुग्वे - 35 लाख

आइसलैंड - 3 लाख

40 लाख अवैध नागरिकों की तुलना राज्यों की पापुलेशन से

राज्य आबादी(लाख में)

दिल्ली - 189

नागालैंड - 20

गोवा - 15

चंडीगढ़ - 10

 

 

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