राधे-कृष्ण की दीवानगी: अपनी हेयरस्टाइल से ये शख्स कुछ ऐसे कमा रहा है पुण्य
मन में हेयर स्टाइल सोच कर देवव्रत पूरे वृंदावन घूमे पर कोई भी हेयर ड्रेसर तैयार नही हुआ। बालों की स्टाइल बनाने की इच्छा बलवती होने के कारण देवव्रत मथुरा के एक नामचीन हेयर सैलून के पास गया। जहां 5 दिन लगातार जाने के बाद हेयर ड्रेसर ने 1000 रुपए मांगे जो उनके पास नही थे फिर उन्होंने पूरे माह पैसे इकाट्ठा कर अपने बाल कटाए।
आगरा : कभी अपने पसंदीदा कलाकारों या खिलाड़ियों का नाम हेयरस्टाइल में लिखवा कर पब्लिसिटी पाने वाले लाखों लोगों को आपने देखा होंगा। लेकिन ब्रज की भूमि के देवव्रत जैसा कृष्ण फैन शायद ही आपको कहीं ओर देखने को ना मिले।
कौन है ये देवव्रत ?
-देवव्रत मंडल (26 वर्षीय) मूल रूप से बंगाल के पास वर्धमान जिले के रहने वाले हैं।
-तीन साल से देवव्रत मण्डल अपने हेयर स्टाइल के जरिए लोगो को हरे कृष्णा और राधे के नाम का जाप करवा रहे हैं।
-देवव्रत 4 साल पहले कृष्ण प्रेम में बहकर वृंदावन आए थे और इस्कॉन की शरण में रहकर सेवा करने लगे।
-मात्र 6000 रुपए तनख्वाह में वृन्दावन स्थित स्कान मन्दिर के श्री राधारासबिहारी भवन में कृष्ण भक्तो की सेवा करते है।
-सेवा के साथ देवव्रत खुद तो भजन कर करते है पर उन्हें यह मलाल रहता था कि वो अपने राधा कृष्ण का नाम दूसरों तक नहीं पहुंचा पा रहे है।
-फिर एक दिन अचानक कहीं पर उन्होंने बालों पर नाम लिखाए हुए एक व्यक्ति को देखा और बस यही से उनके दिमाग में बालो पर राधा कृष्ण लिखाने का विचार आया ।
-मन में हेयर स्टाइल सोच कर देवव्रत पूरे वृंदावन घूमे पर कोई भी हेयर ड्रेसर तैयार नही हुआ।
-बालों की स्टाइल बनाने की इच्छा बलवती होने के कारण देवव्रत मथुरा के एक नामचीन हेयर सैलून के पास गया।
-जहां 5 दिन लगातार जाने के बाद हेयर ड्रेसर ने 1000 रुपए मांगे जो उनके पास नही थे फिर उन्होंने पूरे माह पैसे इकाट्ठा कर अपने बाल कटाए।
-हर माह 600 रुपए और 100 रुपए किराए के साथ पूरा दिन खर्च कर के देवव्रत पूरे 3 सालो से ऐसे बाल कटाये हुए हैं।
-वृंदावन में इस्कॉन मन्दिर जहां भारी संख्या में भक्त आते हैं उन स्थानों पर रोजाना घुमते हैं ताकि लोग कौतूहल वश ही सही पर राधा कृष्ण का नाम बुद् बुदा लेंगे और उनका जीवन सफल हो जाएगा।
देवव्रत को जब भी कोई बुलाता है या उनकी तस्वीर खींचने की कोशिश करता है तो वो कभी अपना चेहरा नही दिखाते हैं बल्कि सर झुका कर अपने सर पर लिखे राधा कृष्ण का नाम दिखाते है ताकि जो भी तस्वीर देखे वो एक बार प्रभु का नाम जरूर लें। इसके अलावा इस समय इस्कॉन की विदेशी टोली भी इस मन्दिर का आकर्षण बनी हुई है।यह टोली रोज शाम को परम्परागत साधू लिबास में लम्बी चोटी के साथ प्रेम मंदिर के बाहर मंजीरा बैंजो ढोलक आदि लेकर नाचकर हरे रामा हरे कृष्णा गाते हुए लोगो से दान लेते हैं और सारा दान परमार्थ के लिए जमा कर देते हैं।