जयपुर:नींद में खर्राटे लेना लोगों में आम समस्या है, इससे ज्यादा परेशान आस-पास के शख्स ज्यादा होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर क्यों आते हैं खर्राटे ।वैसे भी खर्राटे को हल्के में ना लें, बाहर के देशों में तो खर्राटों से पति-पत्नी के बीच तलाक की वजह भी बन रहे हैं। ऐसे में आप मानेंगे ना कि खर्राटों से बचकर रहना चाहिए। बता रहे हैं खर्राटे की वजह और इसका इलाज।
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खर्राटे आने का कारण जीभ का मोटा होना भी होता है।ऐसे में अपनी जीभ की नियमित रूप से सफाई करना जरूरी है, इसके लिए ब्रश करते समय टंग क्लीनर का इस्तेमाल करें। अगर आपका वजन अधिक है, तो ये भी खर्राटे का कारण हो सकता है, इसलिए सबसे पहले अपने वजन पर काबू पाएं। पीठ के बल सोने के बजाय करवट लेकर सोएं और सिर को थोड़ा ऊंचा रखें, इससे सांस की नली में रुकावट नहीं होती है। खर्राटे सांस से जुड़ी समस्या है, जिसके लिए एक्सरसाइज भी एक अच्छा इलाज है।नहाने से बाद और सोने से पहले नाक में सरसों के तेल की 2-3 बूंदें डाल लें।शरीर में पानी की कमी से भी खर्राटे आते है। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो नाक के रास्ते की नमी सूख जाती है।
आगेऐसे में साइनस हवा की गति को श्वास तंत्र में पहुंचने के बीच में सहयोग नहीं कर पाता और सांस लेना कठिन हो जाता है। ऐसे में खर्राटे की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। इसलिए सेहतमंद और खर्राटों से दूर रहने के लिए दिनभर भरपूर पानी पीएं।धूम्रपान से खर्राटों की संभावना अधिक होती है। धूम्रपान वायुमार्ग की झिल्ली में परेशानी पैदा करता है और इससे नाक और गले में हवा पास होना बंद हो जाती है। इसलिए अगर आपको खर्राटों की समस्या हैं तो धूम्रपान छोड़ दें।