मेरठः एक्सीडेंट के बाद समय से मदद न मिलने के कारण दम तोड़ने वाले घायलों के लिए यह डिवाइस मददगार साबित होगी। इस डिवाइस की मदद से सूचना उसके परिजनों तक पहुंच जाएगी और उसके बाद घायलों को समय से मदद मिल जाएगी।
राधा गोविंद इंजीनियरिंग कॉलेज के बीटेक फाइनल ईयर के दो स्टूडेंट पृथा त्यागी और विक्रांत ने यह डिवाइस बनाई है। पृथा त्यागी ने करीब तीन साल पहले हुए खुद के एक्सीडेंट के बाद यह डिवाइस तैयार करने की सोची।
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क्या कहती हैं पृथा?
-एक्सीडेंट के बाद लोग इकट्ठा तो होते हैं, लेकिन मदद के लिए कोई तैयार नहीं होता।
-अगर सुनसान जगह पर एक्सीडेंट हो तो स्थिति और भयानक हो जाती है।
-ऐसे में समय से मदद न मिलने पर घायल की मौत हो जाती है।
-उसने एक ऐसी डिवाइस बनाने की सोची जिसके द्वारा एक्सीडेंट की सूचना मिल सके।
तीन साल के बाद मिली सफलता
इस सॉफ्टवेयर से चंद सेकेंड्स में एक्सीडेंट की सूचना पास के हॉस्पिटल और परिजनों को मिल सकेगी। इसके लिए पृथा ने अपने सहयोगी विक्रांत के साथ मिलकर 3 साल की कड़ी मेहनत के बाद इमरजेंसी मैसेज सेंडिंग डिवाइस यूजिंग अडिनो माइक्रोकंट्रोलर बनाई।
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जीपीएस के माध्यम से भेजेगी लोकेशन
-यह डिवाइस एक्सीडेंट होने पर पहले 10 सेंकड तक तेज आवाज में सूचना देती है।
-इसके बाद जी.पी.एस के माध्यम से घायल व्यक्ति की लोकेशन पास के संबंधी को तुरंत भेज देती है।
-इससे घायल व्यक्ति को तुरंत मेडिकल सहायता मिलने से उसकी जान बचाई जा सकती है।
गुडगांव की कंपनी करेगी सहायता
इस डिवाइस को और अधिक उपयोगी बनाने के लिए गुडगांव की एक कंपनी ने आगे शोध करने में सहयोग करने का आश्वासन पृथा और विक्रांत को दिया है। इस प्रोजेक्ट में दोनों स्टूडेंटस को गाइड कर रहे प्रोफेसर अरविंद कुमार ने कहा कि इस डिवाइस की किमत 5000 रूपए है। यह एक्सीडेंट के मामलों में काफी उपयोगी साबित हो सकती है।
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