Basant Panchami 2025: वसंत पंचमी पर महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की दो कविताएं

Basant Panchami 2025: वसंत पंचमी के अवसर पर प्रस्तुत है महाकवि निराला की कविताएं।;

Newstrack :  Network
Update:2025-02-02 16:26 IST

Basant Panchami 2025

Basant Panchami 2025: महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की जयंती यूं तो 21 फरवरी को होती है लेकिन उनका जन्म वसंत पंचमी के दिन हुआ था। वसंत पंचमी पर प्रस्तुत हैं उनकी दो कविताएं-

1- सखि, वसंत आया-

सखि, वसंत आया।

भरा हर्ष वन के मन,

नवोत्कर्ष छाया।

किसलय-वसना नव-वय-लतिका

मिली मधुर प्रिय-उर तरु-पतिका,

मधुप-वृंद बंदी—

पिक-स्वर नभ सरसाया।

लता-मुकुल-हार-गंध-भार भर

बही पवन बंद मंद मंदतर,

जागी नयनों में वन—

यौवन की माया।

आवृत सरसी-उर-सरसिज उठे,

केशर के केश कली के छुटे,

स्वर्ण-शस्य-अंचल

पृथ्वी का लहराया।

2- रुखी री यह डाल, वसन वासन्ती लेगी-

रुखी री यह डाल, वसन वासन्ती लेगी

देख खड़ी करती तप अपलक,

हीरक-सी समीर माला जप

शैल-सुता अपर्ण - अशना,

पल्लव -वसना बनेगी-

वसन वासन्ती लेगी

हार गले पहना फूलों का,

ऋतुपति सकल सुकृत-कूलों का,

स्नेह, सरस भर देगा उर-सर,

स्मर हर को वरेगी

वसन वासन्ती लेगी,

मधु-व्रत में रत वधू मधुर फल

देगी जग की स्वाद-तोष-दल ,

गरलामृत शिव आशुतोष-बल

विश्व सकल नेगी,

वसन वासन्ती लेगी.

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