UP: ताल—तलैया सूख गये हैं खत्म हुआ कुएं का पानी, मंत्री जी बोले—नहीं कोई परेशानी
गोरखपुर: बुंदेलखंड खासकर बांदा में पानी की किल्लत के कारण हाहाकार मचा हुआ है। कुएं और तालाब सूख रहे हैं। ऐसे में बांदा के प्रभारी और सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह का बयान हास्यास्पद है। उनका कहना है कि बुंदेलखंड और विन्ध्यांचल क्षेत्र में पानी की कोई किल्लत नहीं है। जो समस्याएं थीं उन्हें दूर कर दिया गया है। वहीं उन्होंने बाढ़ से बचाव के लिए हर संभव प्रयास की बात कही।
सिंचाई एवं बांदा के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने बुंदेलखंड खासकर बांदा में सूखे और पानी की किल्लत के सवाल पर कहा कि बुंदेलखंड की बात करे तो वो भौगोलिक परिस्थिति में वास्तव में शुष्क क्षेत्र है। वहां भी पानी की समस्या नहीं है. हमारा महोबा जनपद बुंदेलखंड के सात जिलों में सबसे शुष्क रहता है। वहां हमने पानी का इंतजाम पूरा किया हुआ है। इस समय पूर्वांचल पानी की कोई समस्या नहीं है। बुंदेलखंड में कुएं और तालाब सूखने के कारण जनता में हाहाकार मचे होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वहां पर पानी की कोई समस्या नहीं है। बांदा में जो समस्या है उसका भी निराकरण कर दिया है। उत्तर प्रदेश में हमारे दो क्षेत्र बुंदेलखंड और विन्ध्यांचल में पानी की कोई समस्या नहीं है।
राम मंदिर का मुद्दा फिर से गर्माने और संतों के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर कोई बनने से रोक नहीं सकता है। राम मंदिर बनेगा।उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास भाजपा का नारा है। मंदिर के साथ-साथ विकास भी हमारी बाध्यता है। 2019 में राम मंदिर मुद्दा रहेगा कि नहीं इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ये पार्टी तय करेगी।
बाढ़ से बचाव के लिए की गई तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि आज बांदा के साथ गोरखपुर में बाढ़ से राहत और बचाव के लिए समीक्षा करना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बाढ़ से न तो जनहानि होने दी जाएगी और न ही धनहानि। 15 जून तक सारे कार्यक्रम पूरे कर लिए जाएंगे।
सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह भले ही बांदा में सूखे और पानी की किल्लत नहीं होने के दावे कर रहे हैं। लेकिन, हकीकत की बानगी कुछ और ही है। वहीं बाढ़ से बचाव और राहत कार्य 15 जून तक पूरे होते हैं कि नहीं और सरकार ने कितनी तैयारी की है, ये तो आने वाला समय ही बताएगा।