लखनऊ : लखनऊ के चिड़ियाघर में सफ़ेद बाघिन विशाखा ने जन्माष्टमी की रात तीन शावकों को जन्म दिया। बताया जा रहा है कि 15 साल बाद लखनऊ चिड़ियाघर में बाघ के शावकों की किलकारी गूंजी है। हालांकि एक शावक के कमजोर होने की वजह से उसे बचाया नहीं जा सका, लेकिन शेष दो स्वस्थ हैं और मां के सानिध्य में हैं।
बच्चे खूब परेशान कर रहे मां को
चिड़ियाघर कर्मचारियों ने बताया कि जन्म के दूसरे दिन शनिवार को शावकों ने करीब 12 से 15 बार मां का दूध पीया। इस दौरान उन्होंने मां को खूब परेशान भी किया। बाघिन विशाखा ने भी दोनों शावकों के सामने मांस का टुकड़ा लाकर रखकर दिया। दोनों ने कुछ देर के लिए उसे सूंघा और फिर पीछे हट गए। यह पूरा नजारा सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हुआ।
दूर जाने पर मां भी हो जाती है बेचैन
चिड़ियाघर कर्मचारी बताते है कि पहली बार मां बनी सफेद बाघिन विशाखा अपने दोनों बच्चों को पल भर भी आंखों से ओझल नहीं होने दे रही। यही वजह है कि दोनों शावकों में से एक भी उससे दूर जाता है तो वह बेचैन हो जाती है। उठती है और उसे मुंह से पकड़कर दोबारा अपने पास ले आती है। वह उन्हें दोनों पैरों के बीच रखकर कभी पुचकारती तो कभी देर तक चाटती रहती है।
शावकों ने मुश्किल घंटे किए पार
चिकित्सकों का कहना है कि शावकों के लिए शुरुआती 24 घंटे खतरे भरे होते हैं, जिसे इन्होंने पार कर लिया है। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। तीन-चार दिनों में वे मांद में उछल-कूद करने लगेंगे। इस वक्त बाघिन विशाखा को भी हल्का खाना ही दिया जा रहा है।