यह 'ब्लू गैंग' शराबियों को शराब पीने की देता है ऐसी सजा, सुनकर छोड़ देंगे शराब

Update: 2016-11-10 09:04 GMT

मध्य प्रदेश: वैसे तो अब इंडिया के कुछ राज्यों में शराब को बैन किया जा रहा है, लेकिन फिर भी कई जगहों पर इसे बैन नहीं किया गया है। जिसके चलते ऐसी जगहों पर छेड़खानी व मार-पीट जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। औरतों के पति शराब पीकर उनसे बेवजह मार-पीट करते हैं वहीं। अपने ही इंडिया में एक जगह ऐसी भी, जहां लोग शराब पीने के नाम से तौबा करने की जुगत में हैं। होएं भी क्यों न?

यह स्थिति मध्य प्रदेश की है। जी हां, मध्य प्रदेश के मंडला जिले में महिलाओं ने जाम छलकाने वालों के खिलाफ एक मुहीम शुरू की है। इसका नाम 'ब्लू गैंग' है इस गैंग का नाम सुनते ही वहां के शराबियों के पसीने छूटने लगते हैं।

आगे कि स्लाइड में जानिए यह 'ब्लू गैंग' किस तरह देता है पुरुषों को शराब पीने की सजा

शराबियों की इन मंडला में खैर नहीं है। शराबियों के खिलाफ मध्य प्रदेश के मंडला के पदमी में जय माता दी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने 'ब्लू गैंग' बनाया है। इस गैंग की महिलाएं 'ब्लू' साड़ी पहनती हैं। सबसे ख़ास बात तो यह है कि महिलाओं के इस 'ब्लू गैंग' के शुरू होने के बाद वहां शराब पीने वाले काफी हद तक सुधर गए हैं। लोग शराब पीने से पहले दस बार सोचते हैं। यहां अवैध शराब की दुकानों पर ताले लगाए जा चुके हैं। ये गैंग अपने और आसपास के गांव में जागरूकता रैली निकालकर लोगों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताती हैं।

ख़ास बात तो यह है कि ये 'ब्लू गैंग' की महिलाएं पहले तो शराबियों को चेतावनी देती हैं। उनके नहीं मानने पर उनपर जुर्माना लगाकर उन्हें समाज से भी बहिष्कृत कर दिया जाता है। यह 'ब्लू गैंग' काफी जागरूक है। ये महिलाएं शराबियों की इनफार्मेशन देने वालों को इनाम देती हैं। जैसे ही इस 'ब्लू गैंग' को पता चलता है कि किसी दुकान पर खुलेआम शराब बेची जा रही है, तो यह महिलाएं हाथों में लाठियां लेकर वहां जा धमकती हैं।

इस अनोखी मुहीम को शुरू करने की एक खास वजह है कि ये महिलाएं शराब के दुष्प्रभावों को बखूबी जानती हैं। उनका मानना है कि अगर पति शराब नहीं पिएगा, तो समाज तो बेहतर होगा ही साथ में घर-परिवार भी खुश रहेगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि महिलाओं की इस मुहीम में उनके क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि भी साथ दे रहे हैं। बता दें कि 'ब्लू गैंग' की वजह से कई घर उजड़ने से बच सके हैं।

 

Tags:    

Similar News