विधायक निधि से डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से लगवाएं आरओ प्लांट, एक साल में ही ऐसी हो गई हालत

फर्रुखाबाद में भीषण गर्मी के मौसम में राहगीरों को शुद्ध और ठंडा पानी मुहैया कराने के लिए विधायक निधि से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से लगवाए गए आरओ प्लांट एक साल ही प्यास बुझा सके। मौजूदा समय में शहर के सभी 14 आरओ प्लांट बंद पड़े हैं। मशीनों में धूल जम गई है। अधिकतर प्लांटों में तो बिजली कनेक्शन तक नहीं हैं।

Newstrack :  Dilip Katiyar
Published By :  Priya Panwar
Update: 2021-07-01 06:04 GMT

खराब पड़े आरओ की फोटो 

फर्रुखाबाद. फर्रुखाबाद में भीषण गर्मी के मौसम में राहगीरों को शुद्ध और ठंडा पानी मुहैया कराने के लिए विधायक निधि से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से लगवाए गए आरओ प्लांट एक साल ही प्यास बुझा सके। मौजूदा समय में शहर के सभी 14 आरओ प्लांट बंद पड़े हैं। मशीनों में धूल जम गई है। अधिकतर प्लांटों में तो बिजली कनेक्शन तक नहीं हैं। फ्रिज भी खराब पड़े हैं।हर बार गर्मियों के मौसम में आरओ प्लांट को चालू किए जाने की मांग सामाजिक संगठन करते हैं, अधिकारी दावा भी करते है, लेकिन धीरे-धीरे गर्मी का मौसम चला जाता और सर्दी का मौसम आने के बाद प्रशासन और जनप्रतिनिधि आरओ चलवाने के दावों को भूल जाते है। यहीं कारण है कि शहर में प्रमुख स्थानों पर लगे आरओ प्लांट प्यास बुझाने में सहयोगी साबित नहीं हो रहे है। विकास कार्यों में लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराना सबसे पुण्य माना जाता है।

इसी उम्मीद में भाजपा के सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी ने अपनी निधि से क्षेत्र में 8 आरओ प्लांट लगवाए। इसे गुणवत्ता का अभाव कहें अथवा कोई अन्य वजह मानें। हकीकत में यह प्लांट कुछ दिन भी नहीं चल सके । विधायक निधि से पांचाल घाट, सातनपुर मंडी, गांव हथियापुर, जसमई दरवाजा आदि स्थानों पर आठ आरओ प्लांट लगाए हैं। इनमें एक भी प्लांट लोगों को पानी नहीं दे रहा और बंद हैं। प्रत्येक प्लांट की लागत करीब चार लाख है।इससे पहले बसपा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं पूर्व विधायक अनंत कुमार मिश्र अंटू ने सितंबर माह वर्ष 2011 में अपनी विधायक निधि से फर्रुखाबाद और फतेहगढ़ युग्म नगरों में करीब डेढ़ करोड़ की लागत से छह आरओ प्लांट लगवाए थे। प्लांट रोडवेज बस अड्डा परिसर, पशु चिकित्सालय बढ़पुर के पास, फतेहगढ़ जीजीआईसी कालेज के पास, लोहिया अस्पताल परिसर और लिंजीगंज अस्पताल परिसर फर्रुखाबाद में पैक्सफेड संस्था की ओर से लगवाए गए थे। करीब एक साल तक तो यह आरओ प्लांट चले, लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे कर यह सभी आरओ प्लांट देखरेख के अभाव में बंद हो गए।

खराब पडे़ आरओ की फोटो

वहीं कमलगंज में वाटर कूलर जो यहां लगा है उससे गला तर नहीं हो पा रहा है। वह शोपीस बनकर रह गया है। एक हैंडपंप लगा है। काफी देर चलाने के बाद पानी निकलता है। हैंडपंप भी गंदा पानी दे रहा है। इसके चलते यहां पहुंचते लोगों को पानी के लिए दिक्कतें हो रही हैं। हर रोज ब्लाक में दूर दूर से लोग आते हैं। गला तर करने के लिए उन्हें इधर उधर भटकना पड़ता है। जिम्मेदार भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसके चलते व्यवस्था बिगड़ती चली जा रही है। इस कारण लोग परेशान हो रहे हैं।

स्थानीय निवासी बताते हैं  कि आरओ प्लांट मुश्किल से एक साल ही चला होगा। प्लांट को अगर चालू करवा दिया जाए तो गर्मी के मौसम में राहगीरों को पेयजल की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि फर्रुखाबाद-फतेहगढ़ मुख्यमार्ग पर आरओ प्लांट लगे होने से रोजाना हजारों लोग आवागमन करते हैं। गर्मी में बंद पड़े आरओ प्लांटों को ठीक करके चालू करवा दिए जाएं तो राहगीरों को काफी राहत मिलेगी। रोडवेज बस अड्डा परिसर में लगा आरओ प्लांट तो यात्रियों के लिए वरदान साबित होगा। जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन को चाहिए कि इन आरओ प्लांट को चालू करवाकर देखरेख के लिए एक कर्मचारी की नियुक्ति करें। आरओ प्लांट लोहिया अस्पताल, मुख्य मार्ग, कालेज गेट और बस अड्डे पर लगे है। इनके ठीक होने से अस्पताल में आने वाले मरीजोें, यात्रियों, मुख्य मार्ग पर राहगीरों, कालेज के छात्र छात्राओं को गर्मी के मौसम में ठंडा पानी पीने को मिलने लगेगा।

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