Prayagraj Book Fair: पुस्तकों के महाकुंभ में पाठकों की रौनक, बच्चों के लिए भी उपलब्ध हैं किताबें
Prayagraj Book Fair: प्रयागराज में पुस्तकों का कुम्भ देखने को मिल रहा है। 10 दिवसीय दूसरे पुस्तक मेला का आयोजन की शुरुआत 16 दिसंबर से हो गई है।
Prayagraj Book Fair: प्रयागराज में पुस्तकों का कुम्भ देखने को मिल रहा है। 10 दिवसीय दूसरे पुस्तक मेला का आयोजन की शुरुआत 16 दिसंबर से हो गई है। यह पुस्तक मेला एंगलो बंगाली इंटर कालेज ,कमला नेहरू रोड, सिविल लाइंस बस स्टेशन के पीछे लगा हुआ है। मेले के आयोजक मनीष गर्ग और मनोज चंदेल ने बताया कि इस बार साहित्य की पुस्तकों के साथ साथ बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की पुस्तकें भी उपलब्ध है, नौजवानों के लिये भी बेहतरीन पुस्तकों का संकलन देखने को मिला। आयोजक ने पुस्तक प्रेमियों से, स्कूली बच्चों से, शिक्षकों से, लेखकों से अनुरोध किया है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में आये और अपनी मन पसंद पुस्तकें ले जायें।
पुस्तक मेले में प्रवेश निःशुल्क
पुस्तक मेले में प्रवेश निःशुल्क है और मेला पुस्तक प्रेमियों के लिए पच्चीस दिसंबर तक प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला रहेगा। मेला प्रांगण के भीतर पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था है। पुस्तक मेला देखने आ रहे हैं लोग भी काफी खुश नजर आए उनका कहना है कि पुस्तक पढ़ने में जो मजा है वह किसी में नहीं हालांकि डिजिटल तकरीर बढ़ने से पुस्तक प्रेम कम तो हुआ है लेकिन पुस्तक को पढ़ने से ज्ञान सबसे अधिक मिलता है। रेगुलेटिंग ह्यूमन की अंतर्राष्ट्रीय लेखक लाएबा भी पुस्तक मेले में पहुंची। लाएबा का कहना है कि पिछले साल जिस तरीके से हर उम्र के लोगों में पुस्तक मेला का क्रेज देखने को मिल रहा है उसी की वजह से अबकी बार अपनी पुस्तक को इस पुस्तक मेले में जगह दी है । हालाकि कई लेखकों की पुस्तकों को लोग काफी पसंद कर रहे हैं और वह बेहद खुश हैं।
बहुत से अन्य प्रकाशन व शिक्षण सम्बन्धी सामान उपलब्ध
आयोजकों का कहना है कि इस बार के पुस्तक मेले में देश के नामी गिरामी प्रकाशक, पुस्तक विक्रेता अपनी पुस्तकें प्रयागराज की जनता के लिए बेहतरीन पुस्तकें लेकर आये है। लोकभारती, राजपाल, प्रकाशन संस्थान, सस्ता साहित्य मण्डल, हिन्द युग्म, दिव्यांश प्रकाशन, नयी किताब प्रकाशन, साहित्य भंडार, गर्ग ब्रदर्स (बुकवाला), सम्यक प्रकाशन, सरकारी प्रकाशकों में प्रकाशन विभाग (सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ) नेशनल बुक ट्रस्ट, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लक्ष्मी पब्लिकेशन, कबीर ज्ञान प्रकाशन गिरिडीह, याशिका, पदम बुक, आर्यन बुक्सेलर्स, सुभाष बुक स्टोर, जनचेतना, फूड बॉक्स फाउंडेशन व बहुत से अन्य प्रकाशन व शिक्षण सम्बन्धी सामान उपलब्ध है।
मेले में स्थानीय लेखकों के लिए अलग से निःशुल्क स्टाल की व्यवस्था
वहीं, मेले में हजारों पाठक और खरीदार कई-कई बार आते हैं। मेले में स्थानीय लेखकों के लिए अलग से निःशुल्क स्टाल की व्यवस्था है, जहां के अपनी पुस्तकें प्रदर्शन व बिक्री के लिए रखवा सकेंगे। मेले का समापन समारोह 25 दिसंबर की शाम चुनिंदा स्टाल धारकों व प्रमुख सहयोगियों को अतिथिगण सम्मानित करेंगे। आयोजकों ने संगम नगरी के पुस्तक प्रेमियों को ज्यादा से ज्यादा मेले में आने और इसे सफल बनाने का अनुरोध किया।