बहराइच: होटलों पर बाल श्रम करने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए शासन के निर्देश पर ऑपरेशन मुस्कान शुरु किया गया है। उसी के तहत पुलिस और श्रम विभाग ने संयुक्त रूप से पयागपुर, फखरपुर और जरवल क्षेत्र के होटलों पर छापेमारी कर बालश्रम कर रहे 13 बच्चों को मुक्त कराया।
छापेमारी के चलते हड़कंप की स्थिति रही। होटल और दुकान मालिक दहशत में दिखे। सभी प्रतिष्ठान मालिकों को बच्चों से काम न लेने की चेतावनी भी दी गई है। बच्चों के अभिभावकों को उन्हें स्कूल भेजने के निर्देश दिए गए।
बच्चों को मुक्त कराकर उनके परिवारीजनों को सौंपने के निर्देश
-जिले में बड़े पैमाने पर बालश्रम के मामले सामने आ रहे हैं।
-होटल, दुकान और मकानों में लोग बच्चों को नौकरी पर रखकर उनसे काम करवाते हैं।
-इस मामले में शासन ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत बच्चों को मुक्त कराकर उनके परिवारीजनों को सौंपने के निर्देश दिए हैं।
-उसी के तहत मंगलवार सुबह फखरपुर कस्बे के होटलों और प्रतिष्ठानों पर छापेमारी हुई।
प्रतिष्ठानों पर हुई छापेमारी
-थानाध्यक्ष देवानंद रजक और एसआई सतीश कुमार दीक्षित की अगुवाई में कई प्रतिष्ठानों पर छापेमारी हुई।
-इस दौरान मुख्य बाजार से वीरेंद्र (15) पुत्र धनीराम, बेचू (16) पुत्र छोटे निवासी मालिकपुरवा, सूरज (13) पुत्र बाबूराम फखरपुर, गुलशन (15) पुत्र रामनरेश अलीनगर, सुंदर (13) पुत्र श्याम होलपारा को अलग-अलग होटलों से मुक्त कराया गया।
-वहीं जरवल रोड बाजार में थानाध्यक्ष अनिल यादव की अगुवाई में होटलों पर छापेमारी हुई।
-यहां 06 से 15 साल के छह बच्चों को होटलों से मुक्त कराया गया।
-पयागपुर में एसओ विनोद अग्निहोत्री की अगुवाई में पयागपुर बसअड्डा बाजार के होटल और दुकानों पर छापेमारी कर राजेश चैहान की सब्जी की दुकान पर काम कर रहे शिवम (13) निवासी पैंतोरा और होटल से पयागपुर निवासी फकीरे (14) को मुक्त कराकर उनके माता-पिता को सौंपा गया।
मुक्त कराए गए बच्चों को खिलाई मिठाई
-बच्चों ने बताया कि वह घर पर विवाद होने के बाद गुस्सा होकर बिना बताए चले आए हैं।
-सभी स्थानों पर प्रतिष्ठानों से मुक्त कराए गए बच्चों को मिठाई भी खिलाई गई।