पंचायत चुनाव: तीसरे चरण का चुनाव कल, प्रत्याशी अपना रहे हर हथकंडा

जालौन में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का तीसरे चरण के मतदान के लिए 24 घंटे से भी कम समय बचा हुआ है।

Reporter :  Afsar Haq
Published By :  Shraddha
Update:2021-04-25 12:30 IST

कांसेप्ट फोटो (सौजन्य से सोशल मीडिया)

जालौन : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Three tier panchayat elections) का तीसरे चरण के मतदान के लिए 24 घंटे से भी कम समय बचा हुआ है। प्रत्याशी अपनी जीत पक्की करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं जगह - जगह बैठक कर रूठे हुए मतदाताओं को मनाने में लगे हुए हैं। कई प्रत्याशी प्रलोभन देने में पीछे नहीं रह रहे हैं वहीं मतदाता खामोश रहकर प्रत्याशियों की धड़कने तेज करे हुए हैं।

जालौन में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में होने वाले मतदान जिला पंचायत क्षेत्र, पंचायत ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य चुनाव के लिए जहां प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए पूरी कमर कसी हुई है। वहीं प्रत्याशी भी अपनी जीत पक्की करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं। प्रत्याशी जो पहली बार चुनावी मैदान में हैं वह मतदाताओं को रिझाने के हर हथकंडे अपनाने में लगे हुए हैं।

आपको बता दें कि कई प्रत्याशी विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं, कोई बिरादरी के नाम पर कोई, पार्टी के नाम पर और पुराने प्रत्याशी जो दोबारा किस्मत आजमा रहे हैं वे अपने कराए हुए विकास कार्यों को दिखा कर आगे और विकास कराने का सपना दिखा रहे हैं लेकिन इस बार मतदाता खामोश होकर प्रत्याशियों का उतावलापन देख रहे हैं। दूसरी ओर मतदाताओं ने आखिरी समय पर अपने अपने गुटों में बैठकों का द्वार शुरू करके किसके पक्ष में मतदान करना है इसकी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। वहीं प्रत्याशियों की बैठकों का खबर लगते ही अपना - अपना प्रस्ताव भेजकर अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए अपील कर रहे हैं लेकिन इस बार मतदाता किसी भी प्रत्याशी को भाव ना देने की वजह से उम्मीदवारों की स्थिति बेहद ही चिंताजनक बनी हुई है।

कोई भी प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित नहीं कर पा रहा है 26 अप्रैल को होने वाले मतदान के दिन ही कुछ स्थिति स्पष्ट हो सकती है कि किसकी किस्मत में गांव की सरकार की बागडोर होगी। आने वाले समय में ही पता चल सकेगा लेकिन जिस प्रकार से मतदाता ने प्रत्याशियों की हालत खराब की हुई है। वह देखने वाली बात है इस वार प्रत्याशी गोटे बैठाने के लिए ससुराल पक्ष एवं मायके पक्ष के लोगों के साथ-साथ मामा, फूफा, जीजा, सारे, ससुर, दमाद , भतीजे चाचा, चाची लगने रिश्ते में लगने वाली सभी लोगों को गांव में बुलाकर रिश्तेदारों के माध्यम से अपने पक्ष में करने के लिए जोर आजमाइश करने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं 26 अप्रैल को होने वाले मतदान में मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प देखने को मिलेगा। 

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