कोरोना के चलते पहली किस्त में इस शहर से रिहा हुए 75 बन्दी
बन्दियों को छोड़ने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना वायरस को देखते हुए दिया था । जेल अधीक्षक/जेलर राज कुमार सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में अभी 44 और बन्दियों को रिहा करने की सूची है जिनकी रिहाई की प्रक्रिया चल रही
जौनपुर। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते अब जिला कारागार में बंद विचाराधीन बन्दियों में दो महिलाओं समेत 75 बन्दियों को आज रविवार को निजी मुचलके पर अल्प समय के जमानत पर जेल से बाहर कर दिया गया है । जेल छुटते ही बन्दियों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
बता दें बन्दियों को छोड़ने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना वायरस को देखते हुए दिया था । जेल अधीक्षक/जेलर राज कुमार सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में अभी 44 और बन्दियों को रिहा करने की सूची है जिनकी रिहाई की प्रक्रिया चल रही है। देश में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सुर्पीम कोर्ट ने जेल में बंद सात वर्ष से कम सजा वाले मामले में जेल में बंद बन्दियों को रिहा करने का आदेश दिया है । इस आदेश के अनुपालन में यूपी सरकार ने बंदियों को छोड़ने की प्रक्रिया पूरी करके बन्दियों को छोड़ने का काम शुरू कर दिया। रविवार को जिला जेल में बंद 75 बन्दियों को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया है ।
प्रभारी जेल अधीक्षक ने यह भी बताया कि बन्दियो के रिहायी की पूरी प्रक्रिया विधिक पैनल के आदेश पर किया गया है। सभी बन्दियो के परिजनों को बुला कर सुरक्षित उनके घरों तक भेजने का पूरा उपक्रम जेल के स्तर से किया गया है।
बाहर से आने वालों को सीधे घर जाने से रोका जाये
आपूर्ति की होगी नियमित समीक्षा
जौनपुर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की नियमित समीक्षा सुनिश्चित की जाए तथा आवश्यक वस्तुओं की दरों का अधिकतम मूल्य जिलाधिकारियों द्वारा निर्धारित करते हुए ऐसी वस्तुओं की जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी पर अंकुश लगाये जाने का निर्देश दिया गया है । सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ईट-भट्टों को चालू रखने को कहा है। वहां कार्य कर रहे श्रमिकों हेतु खानपान एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की व्यवस्था की जाए। जनपद में दवाओं की आपूर्ति की भी नियमित समीक्षा की जाए तथा दवाओं की आवश्यकता होने पर अविलंब प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को अवगत कराया जाए।
अंडे की दुकानें खुली रहेंगी
इसी क्रम में जिलाधिकारी दिनेशकुमार सिंह ने यह भी आदेश निर्गत किया कि सभी उप जिलाधिकारीयों एवं थानाध्यक्षों को निर्देश देते हुए कहा है कि अधिकारी गण यह भी सुनिश्चित करें कि अण्डे की दुकानें खुली रहेगी इनको न रोका जाए , तथा गांव से किसान अपनी सब्जी जो मण्डी में ले जा रहे हैं उन्हें भी किसी प्रकार की परेशानी न हो। किसान अगर गांव से भूसा ला रहा है तो उसे भी न रोका जाए। जिससे पशुओ को चारे की दिक्कत न हो। ब्रेड बनाने वाले अपना ब्रेड बना सकते हैं कारखाने चला सकते हैं उनको भी किसी तरह न रोका जाए। इस आशय की जानकारी एक सरकारी विज्ञप्ति के जरिए जिला प्रशासन ने दी है।
मोहम्मद हसन कालेज प्रशासन के साथ - डा. अब्दुल कादिर
जौनपुर। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह एवं जिला विद्यालय निरीक्षक प्रवीण त्रिपाठी के निर्देशानुसार जिले के प्रतिष्ठित कॉलेज मोहम्मद हसन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य मोहम्मद नासिर खान ने अपने विद्यालय में अध्ययनरत सभी बच्चों को उनके दूरभाष नंबर पर एवं अभिभावकों को कोरोना वायरस ऐसे भयानक बीमारी से बचने के लिए अपना सुझाव दिया है।
प्रधानाचार्य मोहम्मद नासिर खान ने कहा है कि किसी कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों से बात करने पर उसका मुंह से निकले पानी की बूंद (ड्रॉपलेट) के कारण आपके शरीर में वायरस संक्रमित होता है। बातचीत के दौरान लोगों से दूरी बनाकर रखें। मुंह पर मास्क जरूर लगाकर रखें।
उन्होंने बताया कि घर व बाहर लोगों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर खड़ा रहना है। किसी से बातचीत करें तो मुंह पर मास्क लगाकर करें, लोगों से हाथ नहीं मिलाएं। घर में घुसने से पहले आधा मिनट तक हाथ को साबुन से रगड़ कर धोना है। कहीं बाहर से आएं तो दरवाजा को हाथ की बजाय अपनी कोहनी से खोले. घर पर भी अपने आप को सुरक्षित रखें, पांच से अधिक लोग एक साथ नहीं बैठे बच्चों को गोद में लेने से पहले हाथ में सैनिटाइजर जरूर लगाएं। आप से निवेदन है कि आप अपने—पास के गरीबों को भूखे न सोने दें।
जिलाधिकारी के आदेश अनुसार मोहम्मद हसन इंटर कॉलेज एवं मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज को रैन बसेरा बनाया गया है जिसमें मोहम्मद हसन इंटर कॉलेज के के प्रधानाचार्य, प्रशासनिक एवं शिक्षकों का पूर्ण रूप से सहयोग भी दिया जा रहा है।