Tree Plantation Campaign: वन महोत्सव के लिए हर जिले में एक विशेष सचिव को बनाया गया नोडल अधिकारी
Tree Plantation Campaign: उत्तर प्रदेश सरकार आगामी एक जुलाई से पूरे प्रदेश में वन महोत्सव का आयोजन करने जा रही है। इसके लिए हर जिले में एक नोडल अधिकारी की तैनाती की जा रही है।
Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) आगामी एक जुलाई से पूरे प्रदेश में वन महोत्सव (Forest Festival) का आयोजन करने जा रही है। इसके लिए हर जिले में एक नोडल अधिकारी की तैनाती की जा रही है। वन महोत्सव के तहत आयोजित वृक्षारोपण महाअभियान (tree plantation campaign) जन भागीदारी से सफल होगा। छोटे से छोटे गांव, नगर पालिका से लेकर महानगरों तक के जनप्रतिनिधि, विधायक, सांसद, सभी राजपत्रित अधिकारी सबका सहयोग लेकर इस अभियान को जन आंदोलन बनाया जाएगा। जिस प्रकार से चुनाव सम्पन्न होते हैं ठीक उसी प्रकार से प्रदेश के सभी 75 जिलों में 75 विशेष सचिवों को नोडल अधिकारी (nodal officer) बनाकर इस काम को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने का जिम्मा सौंपा सौंपा गया है।
मुख्यसचिव दुर्गाशंकर मिश्र (Chief Secretary Durgashankar Mishra) ने कहा कि रोटरी क्लब, पीआरडी, होमगार्ड्स, युवक मंगल दल, एनजीओ, एनसीसी, एनएसएस, महिला समूहों व अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं आदि के साथ बैठक कर उनके लिये लक्ष्य व जिम्मेदारी निर्धारित कर दी जाये।
5 जुलाई को प्रदेश सरकार के सौ दिन पूरे
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने वन विभाग मुख्यालय में 5 जुलाई को प्रदेश सरकार के सौ दिन पूरे होने पर आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा के दौरान कहा कि पौधों की प्राप्ति से लेकर उनकी ढुलाई, पौधों के रोपण के सही स्थलों का चुनाव, वृक्षारोपण करने, पौधों की सुरक्षा और निगरानी वाले लोगों की जिम्मेदारी पहले से तय की जाए। जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक प्रतिदिन आयोजित कर तैयारियों की समीक्षा की जाये।
वृक्षारोपण स्थलों का चयन इस प्रकार से होगा
उन्होंने कहा कि पिछले अभियान में जो भी कामियां रह गईं उन अनुभवों से सबक लेकर उन्हें इस बार समय रहते दुरुस्त कर लिया जाए। स्थलों का चयन इस प्रकार से करें कि जहां पर पौधों के सर्वाइवल की संभावना सर्वाधिक हो। वृक्षारोपण कार्यक्रम की मानिटिरिंग के लिये वन मुख्यालय में एक वार रूम सेटअप करें।
उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) के लाभार्थी किसानों से भी अपने खेतों में वृक्षारोपण करने का आवाह्न किया है। इसके अलावा सभी सरकारी गैर सरकारी संस्थानों, सड़कों, राजमार्गों के किनारे भी बड़े पैमाने पर छायादार और फलदार वृक्षारोपण, नदियों के किनारे मियावाकी तकनीकी से वृक्षारोपण अभियान चलाया जाए। साथ ही जियो टैगिंग (geo tagging) के माध्यम से रोपित पौधों का संरक्षण व निगरानी सुनिश्चित हो।