डॉ. नवनीत सहगल ने उत्कृष्ट योगदान देने वाले AKTU के चार छात्रों को किया सम्मानित

अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने आज एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) इकाइयों को तकनीकी से जोड़ने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) के चार छात्रों को सम्मनित किया।

Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-06-30 18:05 GMT

नवनीत सहगल (फोटो-सोशल मीडिया)

लखनऊ: अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने आज एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) इकाइयों को तकनीकी से जोड़ने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) के चार छात्रों को सम्मनित किया।

इसमें केआईईटी ग्रुप आफ इन्स्टीट्यूशन, गाजियाबाद के सचिन राठौर और डा अम्बेडकर इन्स्टीट्यूट आफ टेक्नालाॅजी फार हैण्डीकैप्ड कानपुर के अनन्त वैश्व एवं सलोनी तिवारी को प्रथम रैंक, एमजीएम कालेज आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालाॅजी, नोएडा के छात्र सचिन रामचन्द्र जाम्भले को दूसरी रैंक तथा राजा बलवंत सिंह टेक्निकल कैम्पस, आगरा के विद्यार्थी स्माइल शान मिर्जा को तीसरी रैंक प्राप्त हुई।

प्रदेश की जीडीपी में वृद्धि करने का कार्य 

वर्चुअल आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डा सहगल ने कहा कि ओडीओपी कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की परिकल्पना है। इसके तहत पारंपरिक उत्पाद से जुड़े कारीगरों की आमदनी को बढ़ाकर प्रदेश की जीडीपी में वृद्धि करने का कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ओडीओपी उत्पादों की क्वालिटी तथा विजिबिलिटी को इम्पू्रव करने में एकेेटीयू का अहम योगदान होगा। ओडीओपी प्रकोष्ट एवं एकेटीयू के मध्य 8 अगस्त, 2020 को हुए समझौते के तहत एकेटीयू द्वारा पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर लखनऊ जनपद के ओडीओपी उत्पाद चिकनकारी एवं जरी-जरदोजी इकाइयों के लिए टास्क दिया गया था। ओडीओपी के पायलेट प्रोजेक्ट करने के लिए यूनिवर्सिटी को आर्थिक सहयोग भी दिया जायेगा।

पायलेट हैकाथन के तहत सचिन राठौर ने चिनकारी इकाइयों में उत्पादकता को बढ़ाने के लिए इकाइयों में कार्य करने वाले आर्टिजेंस के लिए बेहतर माहौल, स्वास्थ्यप्रद वातावरण तथा अच्छी सुविधाएं को बढ़ाने के संबंध में अपने विचार प्रस्तुत किये।

इसी प्रकार अनन्त वैश्य और सलोनी तिवारी ने आर्टिजेंस के साथ बड़ी संख्या में सीधे उपभोक्ताओं को जोड़ने के लिए बहुभाषीय मोबाइल साफ्टवेय विकसित किया। इनके अलावा सचिन रामचन्द्र जाम्भले ने इकाइयों में बेहतर कार्यशैली के लिए पर्याप्त रोशनी उपलब्ध कराने पर बल दिया है। स्माइल शान मिर्जा ने लक्जरी कार इन्टीरियर के लिए चिकनकारी एवं जरी-जरदोजी का प्रयोग करने का नया कांसेप्ट दिया।

इस मौके पर एकेटीय के वाइस चांसलर, हैकाथन टीम के सदस्य एवं प्रतिभागी विद्यार्थी ऑनलाइन जुड़े थे। 

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