शादी के बाद अदिति सिंह हुई भावुक, पिता को याद कर किया ये पोस्ट
शादी के कुछ ही घंटों बाद पिता को याद करते हुए अदिति सिंह ने अपनी फेसबुक वाल पर पोस्ट किया और उसमें लिखा कि एक पिता का सबसे बड़ा सपना उसकी बेटी की शादी करना होता है, पापा आपने अंगद को मेरा सच्चा जीवनसाथी चुना आज इस खुशी के मौके पर आप नहीं है आपकी बहुत याद आ रही है। यहीं नहीं उन्होंने फेसबुक वाल पर लिखा कि
रायबरेली: बाहुबली नेता अखिलेश सिंह की बेटी और सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह का विवाह चंडीगढ़ से कांग्रेस के विधायक अंगद सिंह सैनी के साथ 21 नवंबर की रात को संपन्न हो गया। जहां अदिति के शादी में लोगों ने खूब इन्ज्वाय किया वहीं इस मौके पर लोगों की आंखें अखिलेश सिंह को भी तलाशती नजर आई।
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बात करें अदिति सिंह की तो वह इस मौके पर अपने पिता को याद करके भावुक हो गई। शादी के कुछ ही घंटों बाद पिता को याद करते हुए अदिति सिंह ने अपनी फेसबुक वाल पर पोस्ट किया और उसमें लिखा कि एक पिता का सबसे बड़ा सपना उसकी बेटी की शादी करना होता है, पापा आपने अंगद को मेरा सच्चा जीवनसाथी चुना आज इस खुशी के मौके पर आप नहीं है आपकी बहुत याद आ रही है। यहीं नहीं उन्होंने फेसबुक वाल पर लिखा कि-I MISS YOU PAPA
बता दें कि रायबरेली सदर से पूर्व विधायक अखिलेश सिंह का 23 अगस्त को पीजीआई में इलाज के दौरान निधन हो गया था अखिलेश सिंह की बेटी व रायबरेली सदर से विधायिका अदिति सिंह का विवाह आज दिल्ली में संपन्न हुआ। जिस शख्स से अदिति का विवाह हो रहा है, उसका नाम अंगद सिंह सैनी है जो कि चंडीगढ़ से कांग्रेस से विधायक भी है। यह विवाह अदिति के पिता ने तय किया था और सगाई भी करवाई थी।
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कांग्रेस से शुरू किया था सियासी सफर
बता दें कि अखिलेश सिंह रायबरेली सीट से पांच बार विधायक रहे हैं। उन्होंने अपना सियासी सफर कांग्रेस से शुरू किया था। राकेश पांडेय हत्याकांड के बाद अखिलेश सिंह को कांग्रेस से बाहर निकाल दिया गया था। इसके बाद भी कई बार निर्दलीय विधायक चुने गए। रायबरेली सदर विधानसभा से विधायक रहे अखिलेश सिंह दबंग छवि के नेता माने जाते थे। 15 सितंबर 1959 को जन्मे अखिलेश सिंह का सियासी सफर नवंबर 1993 में तब शुरू हुआ, जब वह कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा के लिए पहली बार निर्वाचित हुए थे।
वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से वह तीसरी बार 14वीं विधानसभा के सदस्य चुने गए। आपराधिक मामलों को लेकर 2003 में कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया जिसके बाद से वह कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधते रहते थे। हालांकि सितंबर 2016 में अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह कांग्रेस में शामिल हो गईं यानी इतने लंबे समय के बाद इस रूप में अखिलेश सिंह की कांग्रेस में वापसी हुई।