कोरोना वायरस को लेकर हरकत में प्रशासन, दुकानों पर मारे छापे, भागे दुकानदार
पूर्वी यूपी के सबसे बड़ी दवा मंडी भालोटिया मार्केट में मॉस्क और सेनिटाइजर ब्लैक में कई गुना दामों पर बेचने की सूचना के बाद सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में छापेमारी की कार्रवाई की गई।
गोरखपुरः पूर्वी यूपी के सबसे बड़ी दवा मंडी भालोटिया मार्केट में मॉस्क और सेनिटाइजर ब्लैक में कई गुना दामों पर बेचने की सूचना के बाद सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में छापेमारी की कार्रवाई की गई।
अचानक हुई छापेमारी की कार्रवाई से दवा मंडी में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने दवा दुकानदारों के यहां मौजूद मॉस्क और सेनिटाइजर की नियमित बिक्री के रजिस्टर चेक किए। वहीं हिदायत दी कि वे मॉस्क और सेनिटाइजर को स्टॉक कर बाद में ब्लैक बेचने का अपराध करेंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना के डर को धंधा बना चुके कालाबाजारियों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की। सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव की अगुवाई में गोरखपुर-बस्ती मंडल के सबसे बड़े दवा बाजार (भालोटिया मार्केट) में छापा मारा गया।
टीम में एसडीएम, एसीएम प्रथम, ड्रग इंस्पेक्टर और कई अन्य अधिकारी शामिल रहे। टीम के पहुंचते ही भालोटिया दवा बाजार में हड़कम्प मच गया। मनमाने दाम पर मास्क और सेनिटाइजर बेच रहे कई दुकानदार दुकानें छोड़कर भाग खड़े हुए।
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दुकानों का स्टॉक रजिस्टर और सेल चेक करने का आदेश
सिटी मजिस्ट्रेट ने ऐसी दुकानों पर टीम के कुछ सदस्यों को तैनात करते हुए निर्देश दिया कि दुकानों का स्टॉक रजिस्टर और सेल चेक की जाए। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद टीम ने कई दुकानों का स्टॉक रजिस्टर और सेल रजिस्टर चेक किया। दुकान में उपलब्ध मास्क और सेनिटाइजर का विवरण मांगा, कई दुकानदार मौके पर ये ब्योरा दिखा नहीं पाए।
कई यह भी नहीं बता सके कि उन्होंने इस महीने कितने मास्क और सेनिटाइजर मंगाए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट ने उनके खिलाफ सघन जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया।
अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि किसी भी कीमत पर कोरोना के डर को धंधा नहीं बनाने दिया जाएगा। एक-एक दुकान की जांच होगी। कहीं भी ओवररेटिंग और कालाबाजारी पाए जाने पर दुकान सीज करने के साथ ही वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।
भालोटिया दवा बाजार में 10 से 20 गुना अधिक कीमत पर मास्क और सेनिटाइजर बेचे जाने की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को मिली थी. दवा बाजार में सबसे ज्यादा किल्लत एन-95 मास्क की है।
सेनिटाइजर भी उपलब्ध नहीं है, पहले भी अधिक दाम में मिल रहे थे, अब तो मिल ही नहीं रहे हैं। दवा बाजार में इक्का-दुक्का दुकानों पर उपलब्ध ये मास्क कई गुना दाम में बिक रहे हैं।
जिन एन-95 मॉस्क की कीमत 150 रुपए होनी चाहिए, वे 550 से 650 रुपए तक बिक रहे हैं। 5 से 25 रुपए तक कीमत वाले साधारण मास्क भी फुटकर दवा की दुकानों पर उपलब्ध नहीं है। सेनिटाइजर भी मार्केट से गायब हो गया है। जहां पर उपलब्ध है वहां पर अधिक दामों में बेचा जा रहा है।
डेढ़ सौ रुपए का सेनिटाइजर 350 रुपए में
सेनिटाइजर को लेकर भी फुटकर से थोक बाजार तक जबरदस्त लूट मची हुई है। गुरुवार को भालोटिया मार्केट की कुछ दुकानों पर डेढ़ सौ रुपए का सेनिटाइजर 350 रुपए में मिला।
35-40 रुपए के ग्लब्स की कीमत भी अचानक से बढ़ाकर दो सौ रुपए तक पहुंचने की सूचना जिला प्रशासन को मिली थी। लोगों की दहशत और मांग को देखते हुए मुंहमांगी कीमत मांग रहे दुकानदार रेट की बात करते ही सामान देने से मना कर दे रहे हैं. मजबूरन ग्राहक मांगी कीमत पर सामान खरीद रहे हैं।
कोरोना वायरस के हौवे के बीच थोक दुकानदार जहां कई गुना दामों में मॉस्क, सेनिटाइजर और ग्लब्स बेचकर चांदी काट रहे हैं. तो वहीं फुटकर दवा व्यापारी और आम आदमी इसे खरीदने को लेकर परेशान हैं। ऐसे में ये कालाबाजारी इन्हें महंग कीमत में बेचने के लिए स्टॉक न कर सकें। इसके लिए प्रशासन ने इनकी नकेल कसकर इनकी मंशा पर पानी फेर दिया है।