फार्म हाउस पर प्रशासन का छापा, गाय और बछड़ों के शव बरामद, अवैध दवा निर्माण की आशंका

फार्म हाउस के अलग-अलग हिस्सों में खुदाई कराने पर मवेशियों के शव दबे होने की बात सामने आई। फार्म हाउस सील कर दिया गया है और पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि फार्म हाउस में बांधकर रखी गई 45 गाय और 11 बछड़े मिले हैं।

Update:2017-04-01 09:16 IST

बहराइच: प्रशासन और पशु चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम ने एक फार्म हाउस पर छापा मार कर 50 से ज्यादा जिंदा गाय और बछड़े बरामद किये हैं। पुलिस को फार्म हाउस की जमीन में गायों के दफ्न होने की सूचना मिली थी।

छापे के दौरान फार्म हाउस में अवैध ढंग से बनाई जा रही आयुर्वेदिक दवाओं के पैकेट भी मिले हैं। संभावना जतायी जा रही है कि दवाएं बनाने के लिए गायों की हत्या की जाती थी। यह फार्म हाउस पूर्व अडीशनल सीएमओ जेएन मिश्रा का है।

गोशाला पर छापा

बहराइच के एक गौशाला में गौरक्षा के नाम पर पशु क्रूरता का मामला सामने आया है।

मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर फखरपुर थाना क्षेत्र के बुबकापुर गांव में जिला अस्पताल के पूर्व एसीएमओ डॉ. जेएन मिश्रा का फार्म हाउस है।

प्रशासन को सूचना मिली थी कि फार्म हाउस में कुछ गायों को मारकर दफना दिया गया है।

एएसपी दिनेश त्रिपाठी और एसडीएम कैसरगंज अमिताभ यादव के नेतृत्व पुलिस-प्रशासन और विभाग की संयुक्त टीम ने फार्म हाउस पर छापा मारा।

शव बरामद

फार्म हाउस के अलग-अलग हिस्सों में खुदाई कराने पर मवेशियों के शव दबे होने की बात सामने आई।

प्रशासन ने फार्म हाउस सील कर दिया और उसकी सुरक्षा में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई।

अधिकारियों ने बताया कि फार्म हाउस में बांधकर रखी गई 45 गाय और 11 बछड़े मिले हैं।

एएसपी दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि छापेमारी के दौरान फार्म हाउस पर कोई कर्मचारी नहीं मिला। संभवत: सभी फरार हो गए।

अवैध दवा निर्माण

आरोपी फार्म हाउस मालिक एडिशनल सीएमओ डा जेएन मिश्रा का कहना है कि उन्होंने गौसेवा के लिए नौ बछियों से गौशाला की शुरूआत की थी।

लेकिन चारे पानी की कमी से तंग ग्रामीण अपनी कमजोर और बीमार गाय भी फार्म हाउस पर बांध जाते थे।

उन्होंने कहा कि क्षमता के मुताबिक उन्होंने उनकी सेवा भी की लेकिन जब उनकी मौत हो गयी तो उन्हे फार्म हाउस में दफना दिया।

उपजिलाधिकारी अमिताभ यादव ने बताया कि छापेमारी में मिली गायों की पशु चिकित्सा विभाग की टीम जांच कर रही है।

मृत मिले मवेशियों का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा ताकि इनकी मौत का कारण स्पष्ट हो सके।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बलवंत सिंह ने आशंका जताई कि मृत गायों के अवशेष से आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण किया जा रहा था।

मामला दर्ज

बरामद दवाओं के सैंपल विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ और मथुरा भेजे जा रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

मामले में बुबकापुर निवासी स्वामी महाराज की तहरीर पर फखरपुर थाने में पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

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