Lucknow: फैजुल्लागंज में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा सके DM सूर्यपाल गंगवार, सुअरों में मिला 'अफ्रीकन स्वाइन फ्लू'
लखनऊ के फैजुल्लागंज इलाके में 140 से ज़्यादा सुअरों की मौत अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की वजह से हुआ। अब क्षेत्र में डायरिया फैला है। मगर,जिला प्रशासन है कि उसके कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा।
African Swine Flu Hits Lucknow : यूपी की राजधानी लखनऊ के फैजुल्लागंज क्षेत्र (Faizullaganj Area) में 140 से ज़्यादा सुअरों की मौत के बाद भी प्रशासन जागने का नाम नहीं ले रहा। इलाके के बच्चों में डायरिया (Diarrhea In Children) भी तेज़ी से फैल रहा। सीएमओ ऑफिस (CMO Office) से मिली जानकारी के अनुसार, अभी तक 15 से अधिक बच्चे डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। वजह चाहे जो भी हो लेकिन यह हाल हर वर्ष का है।
बीते कई सालों से यहां के हालात ऐसे ही हैं। एक ओर संचारी रोग अभियान (Communicable Disease Campaign) चल रहा है। दूसरी ओर, अधिकारी जनता से बातचीत तक करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। बीते दिन लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार (Lucknow DM Suryapal Gangwar) और मंडलायुक्त रोशन जैकब (Divisional Commissioner Roshan Jacob) भी निरीक्षण करने पहुंचे थे। मगर, वो अंदर जाकर जनता से बातचीत किए बिना ही लौट गए।
'प्रशासन बहुत ही निकम्मा'
फैजुल्लागंज निवासी व बाल महिला सेवा संगठन की अध्यक्ष ममता त्रिपाठी का कहना है कि, 'भोपाल (Bhopal) की लैब ने सुअरों में स्वाइन फ्लू (Swine Flu In Pigs) की पुष्टि की है। बहुत सतर्क रहिए। अपना ख्याल रखिए। प्रशासन बहुत ही निकम्मा है। कल देर शाम डीएम आए, परंतु डीएम प्रभावित क्षेत्र में लोगों से जाकर मिलने की हिम्मत नहीं कर सके। बाहर मेन रोड पर ही फोटो खिंचवाकर डीएम लौट गए।'
शहर के बॉर्डर से बाहर ले जाएं सुअर
भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल लैब (National Institute of High Security Animal Lab) में भेजे गए सैम्पल्स में इस बात की पुष्टि हुई है कि मृत पाए सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू (African Swine Flu) है। जिसके बाद, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने ये आदेश दिया है कि सुअरों को पकड़कर शहर के बॉर्डर के बाहर भेज दिया जाए। जिससे इलाके में रह रहे ढ़ाई लाख लोगों को सुरक्षित रखा जा सके।
डायरिया से बचाव हेतु अपनाएं ये तरीके:-
1. खाना खाने से पहले एवं शौच के बाद साबुन से अच्छी तरह से हाथ धोये। इसके अतिरिक्त भी दिन में कई बार साबुन से हाथ को धोये।
2. ताजा पके हुए भोजन का ही सेवन करे। बासी भोजन एवं कटे हुए फल एवं सब्जी के सेवन से बचे।
3. बाहर की खाद्य सामग्री, कटे हुए फल, सब्जी आदि के सेवन से भी बचे।
4. पीने के पानी के प्रति विशेष सावधानी बरते। यदि जलापूर्ति में दूषित जल होने की शंका हो, तो जलकल विभाग/नगर निगम के हेल्पलाइन नम्बर पर तुरंत सूचित करें।
5. पीने के पानी को 15-20 मिनट तक उबालने के बाद ठंडा करके सेवन करे।
6. घर में किसी सदस्य में उल्टी-दस्त के लक्षण दिखाई देने पर ओआरएस का घोल बनाकर तुरन्त देना शुरू करें। साथ ही, उपचार हेतु नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर सम्पर्क करें।
7. परिवार के वृद्धजनों एवं बच्चों का खानपान एवं स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखे।
8. यदि घर से बाहर जा रहे हो, तो पानी पीकर निकले एवं घर से साफ पीने का पानी साथ लेकर जाये।
9. सीवर लाइन ओवर फ्लो एवं साफ-सफाई हेतु तत्काल नगर निगम के हेल्पलाइन नम्बर पर सूचित करें।
हेल्प लाइन नम्बर:-
स्वास्थ्य विभाग (कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ) - 0522-2622080
नगर निगम लखनऊ एवं जलकल विभाग, लखनऊ- 0522-2307770, 0522-2307782, 0522-2307783
रोगी वाहन सेवा--108