आतंकियों के निशाने पर आगरा-मुंबई रेलवे ट्रैक, लेटर लिखकर दी डीरेल करने की धमकी
आगरा: आगरा जहां की फिजा में प्यार की खुशबू फैलती है। वह अब दहशत गर्दो के निशाने पर है। शुक्रवार को 7वे अजूबे ताजमहल को उड़ाने की आईएसआईएस की धमकी के मिलने के बाद वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए है साथ ही जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियों को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल पाया है।शुक्रवार रात को ही ग्वालियर-नई दिल्ली ट्रैक पर भांडई रेलवे स्टेशन के समीप अंडमान एक्सप्रेस को पलटने की कोशिश की गई। इसके लिए ट्रैक पर बड़ा पत्थर रखा, जिससे टकराकर इंजन क्षतिग्रस्त हो गया।लेकिन बहुत बड़ा हादसा होते-होते टल गया। वहां एक धमकी भरा खत मिला है, जिसके बाद इसे आतंकी साजिश माना जा रहा है। देर रात को घटनास्थल के आसपास दो किमी का एरिया सीज कर बीडीएस और फोरेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी है।
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पूरी घटना विस्तार से....
आगरा मुंबई रेलवे ट्रैक पर झांसी से दिल्ली जा रही अंडमान एक्सप्रेस शाम सवा सात बजे भांडई रेलवे स्टेशन से गुजरी। कुछ दूरी पर ही जाजऊ के पास ट्रैक पर पत्थर रखा देख ड्राइवर ने आपातकालीन ब्रेक लगाए, लेकिन इंजन पत्थर से टकरा गया, जिससे आगे लगा कैटल गार्ड क्षतिग्रस्त हो गया। जिस वक्त गाड़ी पत्थर से टकराई उस समय स्पीड करीब 25 किमी प्रति घंटा थी। ट्रेन के ड्राइवर ने नीचे उतरकर देखा तो ट्रैक पर लगभग 10 किलो के पत्थर के साथ एक पत्र था। इसमें खुद को आइएसआइ का कंपनी कमांडर बताने वाले मोहम्मद मिर्जा ने देश में आने वाले दिनों में सिलसिलेवार ब्लास्ट की धमकी दी है।
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धमकी भरा पत्र लिखने वाले मोहम्मद मिर्जा ने धमकी भरे पत्र में संसद भवन, लखनऊ, मथुरा, उत्तर मध्य रेलवे, आगरा प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री आदि को निशाना बनाने की बात लिखी है। रेल मंत्री को 2017 मुबारक के साथ दिल्ली-आगरा टैक पर चलने वाली प्रमुख ट्रेनों को निशाना बनाने की धमकी दी है। मिर्जा पहले भी धमकियों के चलते खुफिया एजेंसियों के लिए गुत्थी बना हुआ है।
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मोहम्मद मिर्जा नाम के शख्स का नाम सामने आया
मोहम्मद मिर्जा का नाम पहली बार सामने नहीं आया है। इससे पहले भी कई बार उसका नाम इस तरह के मामलों में उछला है। खुद को आइएसआइ कमांडर बताने वाले मोहम्मद मिर्जा का नाम था। पिछले साल सितंबर में जनकपुरी के दौरान भी उसने धमकी दी थी। पिछले साल स्कूलों में धमकी भरे पत्र भेजने का मामला सामने आया था, उसके पीछे भी मिर्जा का ही हाथ था।
जानकारी होने पर एटीएस, खुफिया एजेंसियां, बीडीएस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचीं और छानबीन शुरू कर दी। आगरा मंडल के पीआरओ नीरज भटनागर के अनुसार कैंट से दूसरा इंजन भेजा, तब ट्रेन रवाना हो सकी। घटना की गंभीरता को देखते हुए आइजी सुजीत पांडे, डीआइजी महेश कुमार मिश्र समेत अन्य आला अधिकारी देर रात मौके पर पहुंच गए। फोर्स ने दो किमी का पूरा एरिया सीज कर दिया। और वहां देर जांच चल रही थी।