Agra News: पुलिस ने गाड़ियों के फर्जी खरीद-फरोख्त गिरोह का किया भंडाफोड़

आगरा में डॉक्टर और रेलवे कर्मचारी द्वारा चला रहे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। गिरोह गाड़ी के फर्जी कागजात तैयार कर उन्हे सस्ते दामों पर बेचने का काम कर फाइनेंस कंपनियों को चूना लगा रहे थे।

Written By :  Rahul Singh
Published By :  Pallavi Srivastava
Update:2021-07-02 15:30 IST

Agra News: आगरा पुलिस ने गाड़ी के फर्जी कागजात तैयार कर उन्हे सस्ते दामों पर बेचने वाले गिरोह का भांडाफोड़ किया है। बता दें कि आगरा में डॉक्टर और रेलवे कर्मचारी साथ मिलकर गिरोह चला रहे थे। गिरोह के सदस्य फर्जी तरीके से कागजात लगाकर पहले गाड़ी फाइनेंस कराते थे। और फिर गायब हो जाते थे। शातिर अब तक 5 दो पहिया वाहन फाइनेंस कराकर लोगों को कम कीमत पर बेच चुके हैं। पुलिस ने गिरोह में शामिल नरसिंह, सत्येंद्र सिंह, डॉक्टर जुगल किशोर और राहुल गोयल को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार है कजसकी तलाश पुलिस कर रही है।

वर्ष 2015 से फर्जीवाड़ा कर रहा था गिरोह

वर्ष 2015 से गिरोह के सदस्य इस गोरखधंधे में जुड़े हुए हैं। और लोगों को चूना लगा रहे हैं। गिरोह का सरगना जुगल किशोर को बताया जा रहा है। डॉ जुगल किशोर ग्राहक लाने का काम करता था। रेलवे कर्मचारी विजय गाड़ी के फर्जी कागजात तैयार कर आता था। नरसिंह विजय और राहुल गोयल गाड़ी का फर्जी रजिस्ट्रेशन कार्ड बनाता था। पुलिस ने गिरोह में शामिल नरसिंह, सत्येंद्र सिंह, डॉक्टर जुगल किशोर और राहुल गोयल को गिरफ्तार कर लिया है । जबकि गिरोह का मुख्य सदस्य रेलवे कर्मचारी विजय अभी फरार है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन स्प्लेंडर मोटरसाइकिल, लैपटॉप, प्रिंटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया है। बताया जा रहा है कि गिरोह के सदस्य वर्ष 2015 से इस गोरखधंधे में जुड़े हुए हैं।

जानकारी देते सत्यजीत गुप्ता, एसपी ग्रामीण, आगरा

फर्जी कागजात बनाकर फाइनेंस करते थे बाइक

फर्जी कागजातों के आधार पर गिरोह के सदस्य पहले गाड़ी फाइनेंस कराते थे। और गाड़ी फाइनेंस होने के बाद किस्त जमा नहीं करते थे। फाइनेंस की गई गाड़ी का शातिर नरसिंह, सत्येंद्र और राहुल गोयल की मदद से फर्जी रजिस्ट्रेशन कागजात बनाकर लोगों को सस्ती कीमत पर बेच देते थे। बरहन पुलिस के पास मामले की शिकायत आई तो पुलिस टीम ने गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम अब डॉ जुगल किशोर की डिग्री की जांच कर रही है। पुलिस प्रथम दृष्टया मान रही है कि जुगल किशोर फर्जी डॉक्टर है।

फरार आरोपी विजय की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी

एसपी ग्रामीण सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फरार आरोपी विजय की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही गिरोह के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि धोखाधड़ी करके शातिर अब तक कितनी गाड़ियों को फाइनेंस करा चुके हैं। पुलिस टीम पूरे मामले में फाइनेंस से पहले फस्ट इन्वेस्टिगेशन करने वाले कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगी । 

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