UP: महिला पत्रकार के साथ सरेराह छेड़खानी, FB पोस्ट के बाद हुई गिरफ्तारी
महिला सुरक्षा को लेकर योगी सरकार के तमाम दावे धरातल पर नजर आ रहे है। यह मामला ताजनगरी आगरा में सरेराह छेड़कानी का है। जहां पीड़िता को महिला हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने के बावजूद भी किसी तरह की मदद नहीं मिली।
आगरा: महिला सुरक्षा को लेकर योगी सरकार के तमाम दावे धरातल पर नजर आ रहे है। यह मामला ताजनगरी आगरा में सरेराह छेड़कानी का है। जहां पीड़िता को महिला हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने के बावजूद भी कोई मदद नहीं मिली।
पीड़िता की शिकायत करने के बाद चार दिन तक न्याय मिलना तो दूर पुलिस ने आरोपियों की शिनाख्त करना भी जरूरी नहीं समझा। फिर हारकर पीड़िता ने अपनी कहानी जब सोशल मीडिया पर जाहिर की। तब जाकर पुलिस प्रशासन जागा और युवती से छेड़छाड़ करने वाले दोनों युवको को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया।
यह घटना 25 जनवरी की है। जब सड़क से गुजरती आगरा के एक निजी चानेल में न्यूज़ एंकर के रूप में कार्यरत एक युवती के साथ एक्टिवा सवार दो लड़कों ने सरेराह छेड़छाड़ की। छेड़छाड़ करने वाले आरोपी सरेआम सड़क पर सेल्फी के अंदाज में फोटो खिंचाते हुए फरार हो गए। मगर महिला अपनी लोक लाज बचाने के साथ-साथ समाज के ऐसे घिनौने चेहरों को सबक सिखाने के लिए युवती ने बहादुरी दिखाई और हार नहीं मानी। छेड़छाड़ के बाद युवती ने तुरंत वुमन पावर हेल्पलाइन को फोन किया। मगर वुमन पावर हेल्पलाइन ने युवती के साथ इस घटनाक्रम को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
आपको बता दें कि पिछले दिनों पूरा एक हफ्ता महिला सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया गया था। जिसमें युवतियों को उनके साथ होने वाली घटनाएं के लिए चुप न रहकर आवाज उठाने की बात कही गयी थी। इसके साथ ही पुलिस की ओर से हर संभव सहायता करने की बात कही गई थी। लेकिन हरीपर्वत थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में युवती को पुलिस की भी कोई मदद नहीं मिली। धीरे-धीरे 4 दिन बीत गए। युवती ने अपने इस दर्द को बयान करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और फेसबुक पर पूरी घटना लिखकर इन आरोपियों को सबक सिखाने के लिए जंग छेड़ दी। जिसके बाद वुमन पावर हेल्पलाइन के आईजी नवनीत सिकेरा ने ट्विटर पर आगरा पुलिस को कार्यवाही के निर्देश दिए और तत्काल प्रभाव से 2 ऑपरेटरों को हटा दिया गया। इसके बाद आगरा के एसएसपी अमित पाठक ने तत्काल हरीपर्वत को पुलिस को कार्यवाही के निर्देश दिए। अधिकारियों के आदेश के बाद तत्काल हरकत में आई आगरा पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी उबेद और साबाद है।
फिलहाल, हरीपर्वत पुलिस ने युवती की तहरीर पर 354 का यानी छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कर लिया है और दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
जहां इस घटना में युवती के साहस ने उसे न्याय दिलाया वहीं पुलिस की कार्य प्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए है। अब ऐसे में देखना होगा कब तक सरकार के महिला सुरक्षा के दावे धरातल पर फलीभूत होते दिखाई देते है।