Agra News: स्मार्ट ऑटो कोच वॉश प्लांट से मेट्रो ट्रेनों की धुलाई शुरू, रीसाइकल्ड पानी का हो रहा उपयोग, पानी बचाने का अभिनव प्रयोग
Agra News: ऑटो कोच वॉश प्लांट के ब्रश हाई टेक सेंसर से लैस हैं। जो धुलाई के दौरान ट्रेन और ब्रश के बीच होने वाले घर्षण से ट्रेन की बाहरी सतह की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं। आगरा मेट्रो डिपो में ड्युअल प्लम्बिंग की व्यवस्था की गई है।
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा मेट्रो डिपो परिसर में स्मार्ट ऑटो कोच वॉश प्लांट लगाया गया है। प्लांट के जरिए मेट्रो ट्रेनों की धुलाई शुरू हो गई है। जीरो डिस्चार्ज पॉलिसी के तहत ऑटो कोच वॉश प्लांट में रीसाइकल्ड पानी का प्रयोग किया जाएगा। इस प्लांट की मदद से ट्रेन की धुलाई में पानी और बिजली की बचत की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा मेट्रो ट्रेन का शुभारंभ किया था। इसके बाद से लगातार प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में मेट्रो का ट्रायल किया जा रहा है। मेन लाइन पर ट्रायल के जाने से पहले यूपी मेट्रो द्वारा स्मार्ट ऑटो कोच वॉश प्लांट के जरिए पहली बार ट्रेन की धुलाई की गई।
ऐसे होती है ट्रेन की धुलाई
इस प्रक्रिया में सबसे पहले स्प्रिंकलर का उपयोग करके ट्रेन का तापमान कम किया जाता है। इसके बाद ऑटो कोच वॉश प्लांट में लगा हॉरिजोंटल ब्रश नीचे से ऊपर की ओर ट्रेन के सामने वाले भाग को साफ करता है। सामने वाले भाग की सफाई के बाद, हॉरिजोंटल ब्रश ट्रेन की छत, जबकि दोनों तरफ लगे तीन-तीन ब्रश ट्रेन की दोनों साइड की सफाई करते हैं। इस दौरान क्रमशः रीसाइकल्ड पानी, फोम डिटर्जेंट और आरओ पानी का उपयोग करके ट्रेन के डिब्बों की एक-एक करके धुलाई की जाती है। धुलाई के बाद ट्रेन जैसे ही ट्रेन प्लांट को पार करती है । वैसे ही पॉप-अप स्क्रीन पर नोटिफिकेशन आता है । प्लांट खुद से बंद हो जाता है। ऑटो कोच वॉश प्लांट के ब्रश हाई टेक सेंसर से लैस हैं। जो धुलाई के दौरान ट्रेन और ब्रश के बीच होने वाले घर्षण से ट्रेन की बाहरी सतह की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं। आगरा मेट्रो डिपो में ड्युअल प्लम्बिंग की व्यवस्था की गई है। यानी यहां पर साफ़ पानी और रीसाइकल्ड पानी के लिए अलग-अलग पाइप लाइन बिछाई गई हैं। इसके साथ ही डिपो परिसर में एक संयुक्त वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है। जिससे विभिन्न गतिविधियों के चलते निकलने वाले वेस्ट पानी को रीसाइकिल किया जाता है।
बता दें कि शहर में मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद ट्रेनें जब व्यवसायिक परिचालन खत्म करने के बाद डिपो परिसर में वापस आएंगी। तो वॉशिंग चार्ट के अनुसार ऑटो कोच वॉश प्लांट में ट्रेनें धुलाई के पश्चात डिपो में प्रवेश करेंगी। इस प्रक्रिया के लिए जीरो डिस्चार्ज पॉलिसी के तहत रीसाइकल्ड पानी का प्रयोग किया जाएगा। ऑटोमेटिक कोच वॉश प्लांट की मदद से बेहद कम समय में ट्रेनों की सफाई व धुलाई की जाएगी। ओसीसी (ऑपरेशन कमांड सेंटर) द्वारा ट्रेनों को कोच वॉश प्लांट में जाने का आदेश दिया जाएगा।