Agra News: कुएं में सांप की मौत से जंग, वाइल्डलाइफ एसओएस (SOS) ने ऐसे बचाई सर्प की जान
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में आज इंसान ने सांप की जान बचा ली। गहरे कुएं में फंसा सांप मौत से जंग लड़ रहा था। शायद परिस्थिति के सामने हार मान चुका था
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में आज इंसान ने सांप की जान बचा ली। गहरे कुएं में फंसा सांप मौत से जंग लड़ रहा था। शायद परिस्थिति के सामने हार मान चुका था, लेकिन इस बीच कुदरत ने ऐसा चमत्कार दिखाया कि इंसान ने मौत के मुंह में फंसे सांप की जान बचा ली। सांप को जीवन दान दे दिया। वाइल्डलाइफ एसओएस (SOS) की रैपिड रिस्पांस यूनिट ने ताजमहल के पीछे मेहताब बाग़ के कुएं से एक रैट स्नेक का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। सांप को दो सदस्यीय टीम ने गहरे कुएं में फंसे सांप को बचाया। सांप को कुछ देर चिकित्सकीय निगरानी में रखने के बाद वापस उसके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित छोड़ दिया ।
सांप छटपटा रहा था, कर्मचारी ने दी सूचना
घटना ताजमहल यमुना किनारे बने मेहताब बाग की है। मेहताब बाग में मौजूद एक कर्मचारी ने खुले कुएं के अंदर फंसे हुए सांप को देखा। सांप कुएं से बाहर निकलने के लिए फुंकार मार रहा था। भूख प्यास से छटपटा रहा था। कर्मचारी ने दयाभाव दिखाते हुए तुरंत आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर वाइल्डलाइफ एसओएस को फोन कर घटनाक्रम की जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद वाइल्डलाइफ एसओएस टीम ने स्थान पर पहुंच स्थिति का आकलन किया। रैट स्नेक को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने के लिए एक प्रभावी योजना तैयार की गई। एक ट्रांसपोर्ट कंटेनर को नीचे उतारकर सांप को कुएं से बाहर निकालकर बचाया गया। अत्यधिक देखभाल और सहनशीलता के साथ, डरे सहमे सांप को धीरे से कंटेनर (डिब्बे) में बंद कर दिया गया। कन्टेनर को कुएं से बाहर निकाला गया।
इंडियन रैट स्नेक साँपों की एक गैर विषैली प्रजाति है
सांप के बारे में वाइल्डलाइफ एसओएस को सूचित करने वाले कॉलर, राम गोपाल ने कहा, ‘जब मैंने सांप को खुले कुएं में फंसा देखा तो मैं बहुत चिंतित हो गया। मुझे पता था कि मुझे तुरंत वाइल्डलाइफ एसओएस से मदद लेनी होगी। मैं सांप को सुरक्षित रूप से बचाने में उनकी त्वरित प्रतिक्रिया और विशेषज्ञता के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस टीम का आभारी हूं।’ वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, ‘ताजमहल परिसर के पास से रैट स्नेक का रेस्क्यू करना, पूरे भारत में संकट में फंसे जानवरों को सक्रिय रूप से बचाने और पुनर्वास करने में हमारी रैपिड रिस्पांस यूनिट की भूमिका का एक और प्रमाण है। वाइल्डलाइफ एसओएस की आपातकालीन हेल्पलाइन पर हर महीने कई कॉल्स आती हैं। हमें खुशी है कि हमारी टीम संकटग्रस्त सांप को बचाने के लिए सही समय पर वहां मौजूद थी।’ इंडियन रैट स्नेक पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाने वाली साँपों की एक गैर विषैली प्रजाति है। अपनी अनुकूलनशीलता और विविध आहार के लिए पहचाने जाने वाले रैट स्नेक स्थानीय पारिस्थितिक तंत्र के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे अक्सर शहरी और कृषि क्षेत्रों में पाए जाते हैं और कृंतकों, पक्षियों व अन्य छोटे जानवरों को खाते हैं।