UP Bulldozer Action: ओवैसी को सीएम योगी पर आया तगड़ा ग़ुस्सा, हिंसा के मास्टरमाइंड की बेटी का किया सपोर्ट

UP Violence: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा सीएम योगी इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बन चुके हैं और वही फैसला करेंगे कि किसका घर तोड़ना है

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2022-06-13 09:14 IST

सीएम योगी और असरुदीन ओवैसी (Social media)

UP Violence: एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने प्रयागराज हिंसा के आरोपी जावेद पंप का घर बुलडोजर से गिराए जाने पर तीखी आपत्ति जताई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा सीएम योगी इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बन चुके हैं और वही फैसला करेंगे कि किसका घर तोड़ना है।

गुजरात के भुज इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने लखीमपुर कांड का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में अजय टेनी का घर नहीं गिराया गया मगर आफरीन फातिमा के घर पर बुलडोजर चला दिया गया। उन्होंने इसे नफरत की कार्रवाई बताते हुए कहा कि इससे तनाव और बढ़ेगा।

अदालतों में ताला लगाने का वक्त 

गुजरात रैली में जुटी भीड़ से उत्साहित ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बुलडोजर कार्रवाई के जरिए देश के रूल ऑफ़ लॉ पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में की जा रही कार्रवाई के बाद अब अदालतों में ताला लगाने का वक्त आ गया है। जब मुख्यमंत्री को ही यह तय करना है कि कौन मुजरिम है तो फिर अदालतों की जरूरत ही क्या है। 

उन्होंने लखीमपुर में हुई हिंसा को गंभीर मामला बताते हुए कहा कि इस मामले में अजय टेनी के घर पर बुलडोजर से कार्रवाई नहीं की गई। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सरकार इतनी जल्दबाजी में है कि उसने आनन-फानन में प्रयागराज हिंसा मामले में बुलडोजर से मकान गिराने की कार्रवाई को अंजाम दे डाला। 

नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं 

ओवैसी ने कहा कि 15 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया जबकि प्रयागराज हिंसा मामले में सरकार बिना सोचे समझे कार्रवाई करने में जुट गई है। उन्होंने एक समुदाय के लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा कि ऐसी कार्रवाई करके देश के संविधान को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।

 उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में तो प्रधानमंत्री को देश की अदालतों पर ताला लगवा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में दोहरी मानसिकता से काम किया जा रहा है। जब सरकार ही निष्पक्ष तरीके से काम नहीं करेगी तो लोग न्याय की उम्मीद कैसे कर सकते हैं।

प्राधिकरण की कार्रवाई पर ओवैसी खफा 

दरअसल ओवैसी प्रयागराज में हिंसा के मामले में जावेद पंप के मकान को तोड़े जाने से खासे खफा हैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से की गई कार्रवाई में रविवार को जावेद पंप का मकान जमींदोज कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में प्रशासनिक अफसरों और पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। 

प्राधिकरण की ओर से शनिवार को ही जावेद के घर पर नोटिस चस्पा की गई थी। इस नोटिस में प्राधिकरण की मंजूरी न लेने और अतिक्रमण किए जाने के मामले में कार्रवाई करने की बात कही गई थी। इस मामले को लेकर अब हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का दरवाजा खटखटाया गया है और जल्द ही इस मामले में सुनवाई शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। 

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