ताज को पर्यटन सूची से बाहर किए जाने पर AIMIM के जिलाध्यक्ष नाराज, कहा- होगा बड़ा आंदोलन

भारत वर्ष के लिए गौरव की बात है कि विश्व का सांतवा अजूबा ताजमहल यूपी के आगरा में है, लेकिन यह गौरव उस समय धूमिल होता हुआ दिखाई देता है, जब यूपी सरकार अपनी पर्यटन सूची में से इस विश्व विख्यात इमारत ताजमहल को गायब कर देती है। जिससे लोगों में भी नाराजगी हैं।

Update: 2017-10-07 09:18 GMT

आगरा: भारत वर्ष के लिए गौरव की बात है कि विश्व का सांतवा अजूबा ताजमहल यूपी के आगरा में है, लेकिन यह गौरव उस समय धूमिल होता हुआ दिखाई देता है, जब यूपी सरकार अपनी पर्यटन सूची में से इस विश्व विख्यात इमारत ताजमहल को गायब कर देती है। जिससे लोगों में भी नाराजगी हैं।

ताज को पर्यटन लिस्ट से बाहर करने से आक्रोशित ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के जिलाध्यक्ष ने कलेक्ट्रट के बाहर होर्डिंग लगाकर सीएम योगी को आगरा न आने की चेतावनी दी। हालांकि, होर्डिंग की जैसे ही चर्चा आम हुई प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए होर्डिंग को हटवा दिया और कार्यवाही करने की बात कही।

दरअसल, ताज को पर्यटन लिस्ट से बाहर किए जाने से पर्यटन उद्यमी भी निराश है। एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष मोहम्मद इदरीश ने एसएसपी और डीएम के साथ कई आला अधिकारियों के कार्यालय के बाहर एक होर्डिंग लगा दिया। इस होर्डिंग में ताजमहल को लिस्ट से बाहर किया जाना भारत का अपमान बताया गया है। वहीं योगी को आगरा न आने की चेतावनी देते हुए जल्द बड़ा आंदोलन खड़ा करने की बात कही गई है।

जब इस बारे में मोहम्मद इदरीश से बात की गई तो उनका कहना है कि प्रदेश की योगी सरकार ने ताजमहल को लिस्ट से हटाकर अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है। ताज को फिर से लिस्ट में जोड़ने के लिए जल्द एक बड़ा जनांदोलन खड़ा किया जाएगा। तब तक अगर सीएम आते है तो उनका विरोध किया जाएगा। वहीं जैसे ही इस होर्डिंग के बारे में अधिकारियों को पता लगा तो अधिकारियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर होर्डिंग को हटवा दिया।

इस बारे में एडीएम सिटी केपी सिंह ने बताया कि इसकी सूचना मिलते ही होर्डिंग को हटवा दिया गया है और जिसने भी यह होर्डिंग लगवाया है उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही के आदेश दे दिए गए है। इस होर्डिंग को लगवाने के लिए कोई अनुमति भी नहीं ली गई थी।

वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सोनू चौधरी ने बताया कि सीएम योगी की कार्यकुशलता और लोकप्रियता से घबराकर विपक्षी लोग ऐसा कर रहे हैं। ऐसे काम करके ये विपक्षी शहर में अमन चैन सद्भाव के माहौल को खराब करने का काम कर रहे हैं। इनके खिलाफ अधिकारियों से कानूनी कार्यवाही की मांग की गई है।

वहीं सपा नेता पुष्पेंद्र का कहना है कि ताज आगरावासियों के दिल में धड़कता है, इसे पर्यटन सूची से बाहर करना कही न कही आगरा के साथ छलावा है। योगी सरकार ने ऐतिहासिक इमारतों को भी हिंदू-मुस्लिम में बांट दिया है, जो गलत है।

वहीं पर्यटन उद्यमी संदीप अरोरा ने कहा कि ताजमहल के बिना देश में पर्यटन की कल्पना करना भी नामुमकिन है। आप दूसरी जगह को भी बढ़ावा दे, लेकिन ताज की कीमत पर नहीं। वहीं ब्रिटिश और कई देशों से आए पर्यटकों ने भी बताया कि इससे ताजमहल की छवि खराब होगी और पर्यटन पर असर पड़ेगा।

वहीं बीजेपी सांसद डॉ राम शंकर कठेरिया के प्रवक्ता शरद चौहान ने बताया की शहर में डीएम ऑफिस के सामने और कई स्थानों पर एक मुस्लिम संगठन द्वारा लगाए गए होर्डिंग में योगी सरकार के खिलाफ झूठा प्रचार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार की पर्यटन बुकलेट में इस बार तीर्थ स्थलों को प्राथमिता दी गई है ताजमहल तीर्थ स्थलों में नहीं आता है। इसी वजह से ताज को ऐतिहासिक इमारतों के साथ स्थान दिया गया है। बुकलेट में ताजमहल का फोटो भी है। खुद यूपी की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी इसका स्पष्टीकरण दे चुकी है। इस होर्डिग में मुख्यमंत्री का फोटो लगाकर अपमान किया गया है। ऐसे होर्डिंग को प्रशासन तत्काल हटवाएं।​

Similar News